बीते इसके साथ में, माह दिवस अरु साल,
छंद ‘चित्र से काव्य तक’, लगता बहुत कमाल,
लगता बहुत कमाल, गजब के छंद सुनाता,
छ्न्दोत्सव आगाज, महोत्सव सबको भाता,
वज्न गजल का मोल, जानता दिल वो जीते,
ओबीओ हर साल, निखरता दिन ज्यों बीते ||
ओपन बुक्स ऑनलाइन की तीसरी वर्षगाँठ पर सभी सदस्यों को और सफल संचालन के लिए संचालक मंडल को हृदयातल से बधाईयाँ | ओ बी ओ उत्तरोत्तर लोकप्रियता के नए आयाम छूता जाए बहुत बहुत शुभकामनाएं |
Comment
आदरणीय अशोक सर जी सादर प्रणाम
आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएँ और बधाई प्रेषित हैं अनुज की ओर से
ये मंच यूँ ही फलता फूलता बढ़ता रहे
जय हो
आदरणीय अशोक सर सादर नमस्कार ओ बी ओ की तीसरी वर्षगाँठ के पावन अवसर पर सुन्दर कुण्डलिया छंद बहुत ही सुन्दरता से प्रस्तुत किया है आपने, यह आपका ओ बी ओ मंच के प्रति अपार स्नेह और लगाव का साक्षी भी है, साथ ही साथ ओ बी ओ पर प्रति माह होने वाले सभी आयोजनों का सुन्दर चित्रण किया है और सभी आयोजनों के प्रति अपनी मनो दशा भी व्यक्त की है. मेरी ओर से हार्दिक बधाई स्वीकारें.
आदरणीय अशोकजी, ओबीओ के प्रादुर्भाव का दिवस आपके लिए भी शुभ हो. आपकी शुभकामनाओं के लिए सादर धन्यवाद.
आदरणीय योगराजभाईजी तथा भाई गणेश जी के साथ इस अभिनव मंच के समस्त सदस्यों को मेरी बधाइयाँ.
ओबीओ सतत अग्रसरित रहे.. .
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online