सरबजीत शहीद हुए, सत्ता करे न काम
छोड़ गया दो बेटियाँ, जो देगी अंजाम |
याद करो इतिहास को, और इंदिरा नाम,
पाकिस्तान हार गया, नाम हुआ बदनाम |
हर देवी दुर्गा यहाँ, रानी झाँसी नाम,
दुश्मन थर-थर कांपते, होती नींद हराम |
सत्ता बेरी हो गयी, घटे देश की आन,
सत्ता उसको दीजिये, बढे देश की शान |
सावधान सेना करे, सत्ता दे ना ध्यान,
जन की रक्षा कर सके, देना उसे कमान |
-लक्ष्मण प्रसाद लडीवाला
Comment
"बहुत सुन्दर भाव पूर्ण व् सामायिक दोहे बाकी प्रिय सीमा जी ने कह दिया उसके बाद जो दोहे आपने संशोधित
किये हैं उनमे निखार आ गया है"आपकी टिपण्णी द्वारा पुष्टि होने से होंसला अफजाई हुआ है आदरणीया राजेश
कुमारी जी, हार्दिक आभार स्वीकारे
आदरणीय लक्ष्मण जी बहुत सुन्दर भाव पूर्ण व् सामायिक दोहे बाकी प्रिय सीमा जी ने कह दिया उसके बाद जो दोहे आपने संशोधित किये हैं उनमे निखार आ गया है हार्दिक बधाई आपको |
दोहों की आंतरिक व्यवस्था की जानकारी के लिए हार्दिक आभार आदरणीया सीमा अग्रवाल जी | क्रपया देखे दोहे निम् प्रकार
क्या आंतरिक व्यवस्था और गेयता के हिसाब से संश्धित कर पाया हूँ -
याद करो इतिहास को, और इंदिरा नाम,
हार मिली है पाक को, हुआ नाम बदनाम |
सत्ता बेरी होय तो, घटे देश की आन,
सत्ता उसको दीजिये, बढे देश की शान |
दोहों की आतंरिक मात्रा व्यवस्था पर आपसे कुछ बोलूंगी ध्यान से फिर आप अपने दोहों को उस पर परखियेगा
यदि किसी दोहे का आरम्भ l$,$l या lll से हो तो उसने प्रथम और तृतीय चरण में मात्रा व्यवस्था यूं होगी
3+3+2+3+2
या
यदि किसी दोहे का आरम्भ llll, $$, $ll, ll$ से हो तो उसने प्रथम और तृतीय चरण में मात्रा व्यवस्था यूं होगी
4+4+3+2
हर देवी दुर्गा यहाँ, रानी झाँसी नाम,
दुश्मन थर-थर कांपते, होती नींद हराम |.......शिल्प ठीक है पर सम्प्रेषण बहुत प्रभावशाली नहीं लगा
सावधान सेना करे, सत्ता दे ना ध्यान,
जन की रक्षा कर सके, देना उसे कमान |...बहुत खूब
आत्मविश्वास रखे आदरणीय प्रदीप कुमार सिंह कुशवाहा जी, एक दिन लोग भी सब समझेंगे, रचना धर्मिता
का दायित्व निर्वाह करना अपना काम है | दोहे सराहने हेतु आपका हार्दिक आभार
दोहे सुंदर और सटीक बताकर मान बढाने के लिए आपका हार्दिक आभार भाई श्री अरुण शर्मा "अनंत"जी
सर्वश्री केवल प्रसाद जी, मनोज शुक्ला जी, एवं श्याम नारायण वर्मा जी दोहे पसंद करने के लिए आप सभी का हार्दिक
आभार
सत्ता बेरी हो गयी, घटे देश की आन,
सत्ता उसको दीजिये, बढे देश की शान |
सावधान सेना करे, सत्ता दे ना ध्यान,
जन की रक्षा कर सके, देना उसे कमान |
बिलकुल , आदरणीय लड़ी वाला जी , सादर
पर लोग समझें तो
बधाई.
बहुत सुन्दर...बधाई स्वीकार करें ……………… |
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