पहरों उन के साथ बिताये ,
दिल की बात नहीं कह पाए ।
तेरी खिड़की तनिक खुली है ,
शायद धूप निकल ही आये ।
इसी आस पर जीते हैं हम ,
शायद उनको प्यार आ जाए ।
दिल की बात कहाँ तक माने ,
दिल तो हर शै पर आ जाए ।
आज खुले रखो दरवाजे,
आज कोई शायद आ जाए ।
उन के अफ़साने में सुनना ,
शायद मेरा नाम आ जाए ।।
मुझको खंजर मारने वाले ,
तुझको मेरी उम्र लग जाए ।
आते जाते मिल जाते हो ,
इक अफसाना बन ना जाये ।
तूफां हारे कभी , और कभी,
पुरवा मुझे उड़ा ले जाए।
'शेखर' को सुलझाने वाले ,
तू उसमे खुद उलझ ना जाए ।
मौलिक एवं अप्रकाशित
अरविन्द भटनागर ' शेखर'
।
Comment
आदरणीय अरविन्द भटनागर जी
आपकी अभिव्यक्ति गज़ल विधा के बेहद करीब है, और भाव कथ्य प्रवाह सबमें बहुत सुन्दर है
आप गज़ल की कक्षा के कुछ पाठ अवश्य पड़ें ताकि बह्र को समझ कर सहज गज़ल प्रस्तुतियों को शिल्पगत रूप दे सकें
सादर शुभेच्छाएँ
आदरणीय गीतिका ' वेदिका ' जी
शायद आपने मेरे कमेंट की पहली लाइन नहीं पढ़ी , जो इस तरह से है 'यह ग़ज़ल है या क्या है मुझे नहीं मालूम, लेकिन जो भी है दिल से है ' । रचना को किसी विधा में क्लासिफाई किया जाये ये विद्वानों का काम है मेरे लिए तो इतना काफी है कि रचना आप विद्वतजनो को पसंद आई । शुभकामनाओं सहित
अरविन्द भटनागर 'शेखर'
किसी रचना के तकनीकी पहलू तकनीशियन तब ही परख पाते हैं जब रचनकार द्वारा रचना के मापदंड प्रदत्त हों|
एक बात आप स्वयं मे विचार करके देखिये आदरणीय शेखर जी! ... जब आप 'बहर' उपलब्ध कराएंगे, तब न रचना के तकनीकी पहलू देखे जाएगे| अभी किस विधा के तहत आपकी रचना को क्लाससिफाइ किया जाए??
आशा है कि आप तक संदेश पहुंचे!!
सुंदर कथ्य के लिए बधाई !!
सादर !!
आदरणीय ब्रजेश नीरज जी
यह ग़ज़ल है या क्या है मुझे नहीं मालूम लेकिन जो भी है दिल से है । आपका शुक्रिया ।
हम तो स्वान्तः सुखाय लिखते हैं , तकनीकी पहलु देखना तो तकनीशियनों का काम है।
शुभकामनाओं सहित । अरविन्द भटनागर ' शेखर '
बहुत अच्छा प्रयास है! आपको हार्दिक बधाई!
भाई जी, क्या यह गज़ल है? इसकी बहर क्या है?
कृपया मार्गदर्शन प्रदान करें।
सादर!
मुझको खंजर मारने वाले ,
तुझको मेरी उम्र लग जाए.....बेहद शानदार, यह बहुत पसंद आया
बहुत खूब, उम्दा.. बहुत बहुत बधाई आदरणीय अरविन्द जी
अरविन्द जी दिल के अन्तस् से निकली है भीगी भीगी गज़ल ! बहुत सुन्दर ! अप्ना ी मन सरसाया !
अरविन्द भाई ,बहुत अच्छी रचना हुई है भाई , वाह !!! बहुत बहुत बधाई !!
उम्दा-
आभार आदरणीय-
सुंदर रचना बधाई
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