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आदरणीय मनन जी,
इस बेहतरीन कथा-प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाईयाँ.
सादर
आभारी हूँ आदरणीय नादिर भाई।
बेहद उत्साहपरक टिप्पणी के लिए आपका बहुत बहुत आभार आदरणीय उस्मानी जी,आदाब।
बहुत बहुत आभार आदरणीय समर जी, नमन।
सुन्दर प्रस्तुति आदरणीय मनन कुमार जी बधाई स्वीकारें |
हो गया काम !!!
बेहतरीन कटाक्षपूर्ण लघुकथा ने कर दिया अपना पूरा काम !!! क्या ख़ूब वातावरण/परिवेश बनाया है भ्रष्टाचार पर तीखे कटाक्ष के लिए !!! तथ्यों पर बेहतरीन कुशन !! तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब मनन कुमार सिंह Manan Kumar singhसाहिब।
जनाब मनन कुमार सिंह जी आदाब,कम शब्दों में बहुत उम्दा लघुकथा लिखी आपने,बहतरीन तंज़,इस प्रस्तुति पर दिल से बधाई स्वीकार करें ।
आपका आभार आदरणीय आरिफ भाई!लघु कथा है,कविता नहीं।
आदरणीय मनन कुमार जी आदाब,
रिश्वत-भ्रष्टाचार को रेखांकित करती बेहतरीन कविता । हार्दिक बधाई स्वीकार करें ।
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