आदरणीय साथियो,
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विषय बहुत ही चुनकर देते हैं आप आदरणीय योगराज सर। पुराने दिन याद आते हैं इस आयोजन के...
शहज़ाद भाई, हिन्दू-मुस्लिम न लिखकर कोई प्रतीक का प्रयोग किया जा सकता है?
मार्मिक लघुकथा हुई है। बधाई स्वीकारें।
आदाब। रचना पटल पर उपस्थिति और प्रोत्साहन हेतु तहेदिल बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीया कल्पना भट्ट जी। चूंकि सर्वविदित और समसामयिक भी है, इसलिए वैसा ही लिखा, वरना उन्हें सांकेतिक रूप से भी बताया जा सकता है।
आ. भाई शेख शहजाद जी, सादर अभिवादन। सुन्दर लघुकथा हुई है। हार्दिक बधाई।
सादर नमस्कार। नियमित सहभागी साथियों की रचना पटल पर उपस्थिति और प्रतिक्रिया से दिल ख़ुश हो जाता है। हौसला अफ़ज़ाई हेतु तहेदिल बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय लक्ष्मण धामी 'मुसाफ़िर' साहिब।
आदरणीय Sheikh Shahzad Usmani जी, आपकी इस लघुकथा ने मर्म को छू लिया है। इस प्रस्तुति के लिए बधाई
आदाब। बहुत बड़ा सरप्राइज दिया आपने। बहुत दिनों बाद गोष्ठी में आपकी उपस्थिति हमारा सौभाग्य है। मेरी रचना पटल पर समय देकर लघुकथा के अनुमोदन और मुझे प्रोत्साहन प्रदान करने हेतु हार्दिक धन्यवाद आदरणीय शिज्जु 'शकूर' जी। आपकी लघुकथाएं भी गोष्ठियों में पढ़ना चाहता हूं। इंतज़ार रहेगा। आते तो रहिये न।
आदरणीय उस्मानी जी
युवा द्वारा आतंकी को काफिर कहे जाने से क्या आशय है जबकी काफिर शब्द किसके लिये प्रयोग होता है ये सर्वविदित है। हाल फिलहाल की घटना से भाव लेकर एक दृश्यचित्रण आपने अच्छा रचा है हार्दिक बधाई। थोड़ी नाटकीयता अधिक और लघुकथा के अनकहे का अभाव लगा
रचना पर प्रतिक्रिया और राय हेतु शुक्रिया आदरणीया प्रतिभा पाण्डेय जी। मेरी समझ अनुसार जो अपने मज़हब/धर्म की शिक्षाओं के अनुसार न चले, वही असली 'काफ़िर' है। रचना में इस शब्द को अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए। हर आतंकी अपने धार्मिक ग्रंथों की वास्तविक शिक्षाओं और संदेशों के विरुद्ध आचरण और ख़ून ख़राबा करता है। इस संदर्भ में वह शब्द इस्तेमाल किया गया है मेरी समझ अनुसार। आपको नाटकीयता और अनकहा का अभाव क्यों लगा, समझना चाहूंगा। परिकल्पना और देशभक्ति और वास्तविक स्कॉलर होने का संदेश सम्प्रेषित करने का प्रयास है वहां, जहां आपको नाटकीयता लगी। वरना घटनाओं की सपाट बयानी और दृश्यांकन ही रह जायेगा न।
घटनाक्रम तनिक खिंचा हुआ प्रतीत तो हो रहा है, लेकिन संवादों का प्रवाह रुचिकर है, आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी.
काफिर शब्द को महीनी से प्रयुक्त किया जाना भा गया. आपकी कोशिशों पर हार्दिक बधाई.
जय-जय
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