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वीरेंदर जी ..बेवडो की जमात में आपका भी स्वागत है ...प्रीतम को भेजा हूँ ...एक क्रेट लेकर अभी आता ही होगा...
हाथ पीले आँख पीली गुर्दा बड़ा हो जायेगा ,
रोज़ पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायेगा |
हमें मत डराइये...ये सब हमको पता है ...
मोहब्बतों के सुरूर से कैसे भला कोई बचे ,
रंग की चाहत का गुजिया को नशा हो जायेगा |
वाह ...इसी नशे में तो हम आज तक झूम रहे हैं
जान भी हाज़िर है मेरे भाई तेरे वास्ते ,
माँगना मत वरना काफूर ये नशा हो जायेगा |
वीरेंदर भाई हम आपके लिए चंद तारे तोड़ लायेंगे...बस आप हुकुम मत कीजियेगा .....हे हे हे हे
यूँ पिला साक़ी उनसे हाले -दिल कर दूँ बयाँ ,
कल सुबह ये राज़े - दिल फिर बेज़ुबां हो जायेगा |
वाह....पिला तो दूंगा ..पर मेरा कमीशन?
मर्दानगी कहकर इसे पीकर उठाये हाथ वो ,
ना मिली एक दिन भी तो खोखला हो जायेगा |
खोखला हो जायेगा तो कोई भी बजा के चला जायेगा
किसको परवाह कितनों ने पीकर हैं फूंके घर यहाँ ,
ना मिला गर टैक्स खाली खज़ाना हो जायेगा |
टैक्स वैक्स हम नहीं जानते .......मेरा पी ए है प्रीतम वही देखता है
काट डाले पैर सच के बेईमानी औ झूठ ने ,
चल सके न मय बिना बेसहारा हो जायेगा |
वाह बेहतरीन शेर ......मज़ा आ गया
वीनस जी आप तो बेमिसाल है,
पी के अद्धा रोज़ पी तू शेर सा हो जायगा
रोज़ पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायगा
खुद हो दरवाज़े पे बस माशूक कुण्डी खोलती
बाप जो निकला कहीं तो सोच क्या हो जायगा
रंग तो मिलता नही कड़की में कीचड़ ही सही
आज होली का मज़ा फिर दो गुना हो जायगा
आज है होली जो कहना है वो उनसे बोल दे
बन गया मामा अगर तो हादसा हो जायगा
अरे लगता है ज़्यादा पी ली है .... ये वाला शेर छूट गया था ...
पी नही पाता है तू पानी मिलावट के बिना
नीट पीना छोड़ दी तो अधमरा हो जाएगा
आप की आमद ने महफ़िल को चार की बजाये भी ६-७ चाँद लगा दिए जहाँ-पनाह ! और आशार भी कुरता फाड़ कहे हैं आप ने !
//पी के अद्धा रोज़ पी तू शेर सा हो जायगा
रोज़ पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायगा //
जय हो जय हो - क्या सुपर सोलिऊशन दिया है आपने, जवाब नहीं आपका महामहिम !
//खुद हो दरवाज़े पे बस माशूक कुण्डी खोलती
बाप जो निकला कहीं तो सोच क्या हो जायगा //
मैं सदके जाऊँ - मैं वारी जाऊं इस बुलंद सोच पर ! मगर मैं दावे के साथ कहता हूँ कि कुण्डी बुढऊ ने ही खोली होगी हर दफा ! अब ये बताने कि ज़रुरत नहीं कि तब क्या हुआ होगा !
//रंग तो मिलता नही कड़की में कीचड़ ही सही
आज होली का मज़ा फिर दो गुना हो जायगा //
सही फरमा रहे हैं आप - मजबूरी का नाम गांधी बाबा !
//आज है होली जो कहना है वो उनसे बोल दे
बन गया मामा अगर तो हादसा हो जायगा//
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा ! प्रभु जी सच बताईएगा, मामा बने या कि बच गए थे ?
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