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आदरनीय मनन जी, लेखक को समाज के बारे तीखी नजर रखनी चाहिए ,समाज में बहुत सी और भी मैरिट है, उस की तरफ भी ध्यान देना चाहिए , मार्क्स की मैरिट के साथ
जनाब मनन कुमार साहिब ,आरच्छङ पर कटाछ करती लघु कथा के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं
आदरणीय Manan Kumar singh जी एक बहुत बढ़िया सवाल उठती लघुकथा.
आदरणीय मनन कुमार जी, इस प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई निवेदित है सादर
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