Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदरणीय समर कबीर जी आपकी शानदार ग़ज़लों के बाद इस विधा पर लेखन एक सुखद अनुभूति है ,हार्दिक बधाई !सादर
बहुत खूब मोहतरम समर कबीर साहिब, लघुकथा अच्छा प्रयास हैI 10 पंक्ति की लघुकथा में "हरीश निगम और मोहन जोशी" के नाम दर्जन से ज्यादा बार आ गए जिससे लघुकथा की गति मद्धम हुई हैI बहरहाल, इस सद्प्रयास हेतु हार्दिक बधाई स्वीकार करेंI
मोहतरम समर कबीर साहिब, इस रचना में यकीनन कालखंड दोष हैI लेकिन इसको मन्दर्जा तरीकों से बाआसानी दूर किया जा सकता है:
१. आप सोमवार तक का इंतज़ार न करें और उसी समय दोस्तों को निगम सहिबं के घर भेजेंI
२. किताबें कबाड़ी को बेचने की बात निगम साहिब की बहू के मुँह से कहलवाएंI सादरI
आ० समर कबीर भाई जी,बहुत सुन्दर विषय पर लिखा है आपने पाठक अपने अपने विचार व् इस्स्लाह पहले ही दे चुके हैं मुझे तो लघु कथा बहुत अच्छी लगी जिसके लिए बधाई स्वीकारें
किताबें ही तो सबसे बड़ी दोस्त होती हैं, सुन्दर रचना| बहुत बहुत बधाई आपको
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |