आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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शीर्षक गुरूर का कथा से संबंध नहीं बैठा पा रहा हूँ आदरणीय।जलन को दर्शित कथा हेतु बधाई।सादर।
जलन और घमंड की आग में जलते व्यक्ति की कुंठा को आधार बनाकर प्रदत्त विषय को बखूबी परिभाषित किया है भाई गणेश बागी जी, हार्दिक बधाई स्वीकारेंI
बहुत अच्छी रोचक लघु कथा हुई आ० गणेश बागी जी, बहुत बहुत बधाई |
बेहद सुंदर लघुकथा लिखी है अपने आदरणीय गणेश बागी सर | बधाई स्वीकारें |
ईर्ष्या के कारण व्यक्ति की ऐसी सोच हो ही जाती है, इस सार्थक लघुकथा के सृजन हेतु सादर बधाई स्वीकार करें, आदरणीय गणेश जी 'बागी' सर|
"तमाशबीन "
वक़्त रात के आठ बजे l
लता ने कपिल को कई बार फ़ोन किया,परन्तु हर बार एक ध्वनि सुनाई दे रही थी - सब्सक्राइबर इस नॉट रीचेबल l
मन किसी अनिष्ट की आशंका से थोड़ा घबराया l परन्तु धैर्यपूर्वक ह्रदय को सांत्वना दी की सब ठीक होगा l
अगले दिन सुबह l
लता की माँ का फ़ोन आया और ज्ञात हुआ की कपिल के पिता एक दुर्घटना में चल बसे l लता का
मन विचलित हुआ ,और पुनः कपिल को फ़ोन किया परन्तु फिर वही ध्वनि सुनाई दी - सब्सक्राइबर इस नॉट रीचेबल l
अजीब उहापोह की स्थिति के साथ लता अपने कॉलेज चली गयी l
दोपहर का समय l
फ़ोन की घंटी बजी - कपिल का फ़ोन था कपिल ने घटित दुर्घटना के विषय में बताया l
लता ने कपिल को ढांढस बंधाया और फ़ोन रख दिया l
लगभग दो दिन बाद l
लता - कपिल फ़ोन पर ,
कपिल - लता, पापाजी मेरी शादी एक लड़की से तय कर गए हैं ,और इसी हफ्ते मेरी शादी है ,ऐसे हालात हैं की चाहकर भी मैं मना नहीं कर सकता l
लता मूक बनी आँखों में आंसू लिए कपिल की बातों को सुनती रही , और तमाशबीन की तरह कपिल और अपनी शाद्दी के सुनहरे सपनों को त्यागकर ,कपिल के किसी और के साथ भावी जीवन को यथार्थ होता हुआ देखने के लिए स्वयं को तैयार करने लगी l
"मौलिक और अप्रकाशित "
क्या आपने लघुकथा में कालखंड दोष के बारे में पढ़ा है रेनू भारती जी ? अगर नहीं पढ़ा तो पढ़ें, क्योंकि उस दृष्टिकोण से यह रचना लघुकथा नहीं मानी जा सकती I
शुक्रिया आदरणीय योगराज प्रभाकर जी l
क्या कालखण्ड-दोष को दूर करने के पश्चात पुनः रचना प्रेषित करूँ ?
आयोजन से दौरान रचना में संशोधन हेतु कोई अनुरोध स्वीकार्य न होगा। रचनाओं का संकलन आने के बाद ही संशोधन हेतु अनुरोध करें।
मोहतरमा रेनू भारती साहिबा , ,प्रदत्त विषय को सार्थक करती सुन्दर लघु कथा के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं । मोहतरम योगराज साहिब की बात पर गौर कीजियेगा
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