आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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आभार सर रचना सराहने के लिये
आभार नीता दीदी
हरिया का यूँ लाठी पटक कर ललकारना एक दबे हुए ज्वालामुखी के भड़क उठने का संदेश है। लघुकथा प्रभावित करती है आ. नयना जी, प्रदत्त विषय को बहुत ही कुशलता से परिभाषित किया है आपने। इस हेतु मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें।
बहुत सुन्दर लघुकथा। बधाई स्वीकार करें।
जैसे मानो उसके कानो मे कोई सीसा उड़ेल रहा था। - यहां जैसे और मानो में एक का ही प्रयोग पर्याप्त है - देख लें।
आभार सर रचना सराहने के लिये
ऐसी हिम्मत और समझ की ही जरूरत है तभी शोषण बंद होगा , धार दार विषय और कसा हुआ चित्रण , हार्दिक बधाई प्रेषित है आपको आदरणीया नयना जी
आभार आपका प्रतिभा दीदी
आभार सर रचना सराहने के लिये
आभार सर रचना सराहने के लिये
मोहतरमा नैना साहिबा , प्रदत्त विषय पर आधारित सुन्दर लघु कथा के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं
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