आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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हार्दिक बधाई आदरणीय शशि बंसल जी। बेहतरीन प्रस्तुति।
मोहतरमा शशि बंसल साहिबा , प्रदत्त विषय को परिभाषित करती सुन्दर लघु कथा के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं ---
परिवार के साथ बैठकर भोजन करना आपसी प्रेम बढाता है पर प्रेम में अडंगा भी लगा सकता है.. .. वाह क्या कथ्य लाई हैं आप..मेरी हार्दिक बधाई लें इस खूबसूरत रचना पर आदरणीया शशि जी
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