आदरणीय लघुकथा प्रेमिओ,
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मोहतरम जनाब समर कबीर साहिब आदाब , प्रदत्त विषय को परिभाषित करती और खूबसूरत सन्देश देती सुन्दर लघु कथा के लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं
गजब की लघुकथा लिखी है... वाह, बेटी हो तो ऐसी
बेहतरीन कहानी उम्दा शिल्प
हार्दिक बधाई आदरणीय समर क़बीर साहब जी, बेहतरीन लघुकथा।आपने तो लघुकथा विधा में भी झंडे गाढ़ दिये।लाज़वाब प्रस्तुति।
बेहद उम्दा लघुकथा है आदरणीय समर सर, मेरी तरफ़ से बहुत-बहुत बधाई स्वीकार करें!
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