आदरणीय साथिओ,
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बहुत बढ़िया आदरणीय
मुह्तरम जनाब ओम प्रकाश साहिब , प्रदत्त विषय को परिभाषित करती सुंदर लघु कथा के
लिए मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएँ ---
बहुत सुन्दर लघुकथा ।हार्दिक बधाई आदरणीय ओम प्रकाश जी।
ओह्ह्ह्हह ऐसा झन्नाटे दार अंत सोचा ही नहीं था ..यही पञ्च लाइन इस लघु कथा को ऊंचाइयों तक ले जाती है बहुत बहुत बधाई आद० ओम प्रकाश क्षत्रिय जी
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