आदरणीय साथिओ,
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मुहतर्मा नैना साहिबा ,लघुकथा तो अच्छी है ,मगर क्या प्रदत्त विषय के माप को पूरा कर रही है ? गुणीजन ही बता सकते हैं ।
कथा समझ नहीं आई आदरणीय ताई, क्या कहना चाह रही हो? सादर|
रचना और मेहनत माँग रही है । सम्प्रेषणीयता कमजोर होने से समझ नहीं आ रही पूरी तरह । कण कण की जगह रोम रोम शब्द अधिक उपयुक्त होता । वर्तनी अशुद्धि आप जैसी सिद्धहस्त लघुकथाकारा से हो तो थोड़ा अखरता है ।सादर ।
आद0 नयना जी सादर अभिवादन। बहुत कोशिशों के बावजूद लघुकथा समझ मे नहीं आ पाई, प्रतिभागिता के लिए बधाई
आ. नयना जी, सम्प्रेषणीयता कमजोर होने की वजह से लघुकथा अपना पूरा प्रभाव छोड़ पाने में असमर्थ है. आयोजन में सहभागिता हेतु हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिए. सादर.
आदरणीय नयना कानिटकर जी सुंदर भावनात्मक रचना. बधाई.
बेटी
'ये लो कर लो बात,अभी बहू को आये कितने दिन हुये,जो फिर से भाई लेने आने वाला है।'
सुनिये बहू के मायके फ़ोन करके आप कहिये 'एेसे नही चलेगा ।तीज त्यौहार हमारा घर आँगन सूना क्यों रहेगा ?' पत्नि को आगबबूला देख मोहन लाल चुपचाप सुनते रहे।
'आप ही कहिये जब बहू लग कर ससुराल में नही रहेगी ,कैसे तीज त्यौहार सीखेंगीं?
कैसे उसके मन में ससुराल के लिये जगह बनेगी ? '
'पर कुछ त्यौहार मायके के भी तो होगें ना भागवान ? नयी नवेली है बहू ', मोहन लाल ने पत्नी को सब्ज़ी का थैला थमाते हुये कहा ।
'आपको मेरी नही सुननी है ना जो करना हो सो करो,मैंने जो कह दिया ,तो कह दिया एेसे ही चलता रहा तो फिर निभ गई ।बहू आ गई है अब मैं कुछ ना बोलने वाली,अब मुझे पूछेगा कौन?'
'सब पूछेंगे !!जब हम उसे बेटी मान लेंगे,हमारी अपनी बेटियाँ है ना ,उनके साथ ससुराल में एेसा बर्तावहोने पर हम कितना दुखी रहते थे ,याद नही?हमारी लाड़ली कहते कहते तुम्हारी आँखे कैसी छलछला जाती '
पत्नी की भावभंगिमा बदल गई आँखे फटी की फटी रह गई ऊँगलियाँ मुँह पर,ओह ,
मैं भी ना निरी बुद्धू ठहरी,बेटियाँ तो साँझी होती है ।
मौलिक व अप्रकाशित ।
//बेटियाँ तो साँझी होती हैं//.. इस भारतीय ऐतिहासिक सांस्कृतिक सत्य को ज़ाहिर करती बढ़िया प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया नीता कसार जी। वैसे यह कथानक उतना विषयानुकूल नहीं लग रहा है।
कथा के लिये उत्साहवर्धन हेतु हार्दिक आभार आद० शेख़ शहज़ाद उस्मानी जी ।
आदरणीया नीता कसार जी आदाब,
अच्छी लघुकथा है आ० नीता कसार जी. लेकिन अभी इसमें कसावट और सुधार की काफी गुंजाइश बाकी है. बहरहाल इस सद्प्रयास पर मेरी हार्दिक बधाई स्वीकार करें.
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