For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 78571

Reply to This

Replies to This Discussion

सादर धन्यवाद आ० शन्नो जी आपको भी शुभकामनायें 

अम्बरीश जी, आपके पिता के निधन की खबर अभी पढ़ी जिसे जानकर बहुत दुख हुआ l ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें व आप सबको धीरज l 

जन्मदिवस की बधाई व अनंत शुभकामनायें आदरणीया राजेश कुमारी जी

हार्दिक धन्यवाद आ० सत्यनारायण सिंह जी .

जन्म दिन की ढेरों मंगल कामनाए आदरणीया राजेश कुमारी जी प्रभु आपको प्रगति पथ पर अग्रसर करता रहे 

आपकी शुभकामनाओं का हार्दिक स्वागत है आ० लक्ष्मण सिंह जी, बहुत- बहुत  धन्यवाद |

many many happy returns of the day Ganesh Bagi ji 

आजका दिन समर्पण और विश्वास का दिन.. भरोसों और अहसास का दिन.. अनुभूतियों और आभास का दिन..

भाई गणेशजी सपरिवार सानन्द रहें.. .


आजुये सालभर भइल हमनीं का जागेसर (उत्तराखण्ड) में भरल उसाँस पर रहीं जा..  हा हा हा हा..

का कहते हैं आदरणीय योगराज भाईजी .. ???? ..   .. :-))))))))

से,
अटल रहे अहिवात तुम्हारा..  जब लगि गंग-जमुन जलधारा ..

बबुआ, मन आ हिरदै से ढेरम्ढेर असीस आ...  सुभे-सुभ के लगनवाँ तुझे हो तुझे...

प्रणाम आदरणीय सौरभ भईया, आशीर्वाद हेतु ह्रदय से आभार।

उ भयावह मंजर आजुओ इयाद बा, धाराप्रवाह बरखा, रात में रास्ता कट गईल, बुक करावल गेस्ट हाउस देवे से मना करत रहे, उफ्फ !!!!
खैर रोटिया गरम गरम खिलवलस :-)

:-)))..

हाँ,  आ भुखओ त ओइसहीं लागल रहे..  :-))))

आदरणीय योगराज भाईजी के ऊपर हाँफ़ छुटि गइल रहे, ऊ आलगा ...

देखत ना देखत आजु एक बरीस हो गइल.. . 

आदरणीय गणेश बागी जी, विवाह की सालगिरह की आपको अनंत शुभकामनाएँ

आदरणीया कल्पना रामानी जी, ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूँ।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-129 (विषय मुक्त)
"स्वागतम"
yesterday
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"बहुत आभार आदरणीय ऋचा जी। "
Monday
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"नमस्कार भाई लक्ष्मण जी, अच्छी ग़ज़ल हुई है।  आग मन में बहुत लिए हों सभी दीप इससे  कोई जला…"
Monday
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"हो गयी है  सुलह सभी से मगरद्वेष मन का अभी मिटा तो नहीं।।अच्छे शेर और अच्छी ग़ज़ल के लिए बधाई आ.…"
Monday
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"रात मुझ पर नशा सा तारी था .....कहने से गेयता और शेरियत बढ़ जाएगी.शेष आपके और अजय जी के संवाद से…"
Monday
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"धन्यवाद आ. ऋचा जी "
Monday
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"धन्यवाद आ. तिलक राज सर "
Monday
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"धन्यवाद आ. लक्ष्मण जी "
Monday
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"धन्यवाद आ. जयहिंद जी.हमारे यहाँ पुनर्जन्म का कांसेप्ट भी है अत: मौत मंजिल हो नहीं सकती..बूंद और…"
Monday
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"इक नशा रात मुझपे तारी था  राज़ ए दिल भी कहीं खुला तो नहीं 2 बारहा मुड़ के हमने ये…"
Sunday
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आदरणीय अजय जी नमस्कार अच्छी ग़ज़ल हुई आपकी ख़ूब शेर कहे आपने बधाई स्वीकार कीजिए सादर"
Sunday
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186
"आदरणीय चेतन जी नमस्कार ग़ज़ल का अच्छा प्रयास किया आपने बधाई स्वीकार कीजिए  सादर"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service