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धार्मिक साहित्य Discussions (167)

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आज नवरात्री के प्रथम दिन माँ भगवती के चरणों में ये शब्दान्जली....

           तोरे भुवन माई आए हैं....                         कर दो, कर दो दया महारानी ||     [१] तुमने दुखियों के दुःख तारे,              …

Started by डॉ. नमन दत्त

1 Mar 13, 2013
Reply by Dr.Prachi Singh

तरस गईयाँ

तरस गईयाँ   मेरी अखियाँ तरस गईयाँ घर आ जा ओ सांवरिया-3 तेरी याद च बरस गईयाँ घर आ जा ओ सांवरिया मेरी अखियाँ तरस ------ (1) दुनियाँ  कैहंदी त…

Started by Deepak Sharma Kuluvi

1 Jan 16, 2013
Reply by rajesh kumari

असां जोगी हो जाणा

असां जोगी हो जाणा रास न आयी दुनियांदारी,झूठा ठौर ठिकाणाअसां जोगी हो जाणा साईँ असां जोगी हो-2 रास न आयी दुनियांदारी ------------------ (1) त…

Started by Deepak Sharma Kuluvi

2 Dec 18, 2012
Reply by Deepak Sharma Kuluvi

यमद्वितीया-चित्रगुप्त पूजन पर: चित्रगुप्त भजन --संजीव 'सलिल'

यमद्वितीया-चित्रगुप्त पूजन पर:चित्रगुप्त भजन संजीव 'सलिल'*तुम हो तारनहार*तुम हो तारनहार, परम प्रभु तुम हो तारनहार... *निराकार तुम, चित्र गु…

Started by sanjiv verma 'salil'

2 Dec 4, 2012
Reply by sanjiv verma 'salil'

तेरे खेल नराले

बाबा बालकनाथ भजन तेरे खेल नराले   तेरे खेल नराले ओ बाबा पौणाहारियापौणाहारिया बाबा दूधाधारिया-2तेरे खेल निराले ओ बाबा पौ----(1) धौलगिरी ते…

Started by Deepak Sharma Kuluvi

2 Nov 26, 2012
Reply by Deepak Sharma Kuluvi

हरिगीतिका

बलवंत, भय-संकटहरण प्रभु, पवनसुत हनुमान हैं। श्रीराम को उर में धरे तप, वीरता के प्राण हैं॥ शिवरूप, दाता ज्ञान के कपि, आप ही गुणवान हैं। से…

Started by कुमार गौरव अजीतेन्दु

5 Nov 12, 2012
Reply by Saurabh Pandey

माता दुर्गा ये वरदान दे

तुझसे शक्ति मिले, तेरी भक्ति मिले,माता दुर्गा ये वरदान दे | माता हम तेरे बेटे अज्ञानीतेरी पूजा का ढंग नहीं जानें,तूने ममता से पाला है हमको…

Started by कुमार गौरव अजीतेन्दु

6 Nov 12, 2012
Reply by कुमार गौरव अजीतेन्दु

हनुमान आराधना (रोला छंद पर आधारित)

जय जय श्री हनुमान, शरण हम तेरी आये |हे अंजनि के लाल, कुसुम श्रद्धा के लाये ||जग में सारे दीन, एक तुम ही हो दाता |तेरा सच्चा भक्त, सदा सुख…

Started by कुमार गौरव अजीतेन्दु

25 Nov 12, 2012
Reply by कुमार गौरव अजीतेन्दु

भजन

भजन  तेरी किरपा जिसपे माता दौड़ा दौड़ा आये  चरण रज माथे लगा जीवन सफल बनाये  तू दयालू रक्षा करती दारिद्र दुःख सारे हरती  तू जगदम्बा तू भवानी…

Started by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA

0 Nov 8, 2012

करले नैय्या पार (दोहे)

    उपजता द्वेष मन में, क्रोध करो जब आप,         क्रोध आवे जब मन में, करों राम का जाप |     मोह जाल में फंस गये, रहे न कोई साथ,   अकड़े म…

Started by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला

3 Nov 8, 2012
Reply by Dr.Prachi Singh

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बृजेश कुमार 'ब्रज' posted a blog post

गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा

सार छंद 16,12 पे यति, अंत में गागाअर्थ प्रेम का है इस जग मेंआँसू और जुदाईआह बुरा हो कृष्ण…See More
7 hours ago
Deepak Kumar Goyal is now a member of Open Books Online
7 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. बृजेश जी "
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Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
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अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"अपने शब्दों से हौसला बढ़ाने के लिए आभार आदरणीय बृजेश जी           …"
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बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहेदुश्मनी हम से हमारे यार भी करते रहे....वाह वाह आदरणीय नीलेश…"
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बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"आदरणीय अजय जी किसानों के संघर्ष को चित्रित करती एक बेहतरीन ग़ज़ल के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं…"
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बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आदरणीय नीलेश जी एक और खूबसूरत ग़ज़ल से रूबरू करवाने के लिए आपका आभार।    हरेक शेर…"
yesterday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय भंडारी जी बहुत ही खूब ग़ज़ल कही है सादर बधाई। दूसरे शेर के ऊला को ऐसे कहें तो "समय की धार…"
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बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय रवि शुक्ला जी रचना पटल पे आपका हार्दिक अभिनन्दन और आभार। लॉगिन पासवर्ड भूल जाने के कारण इतनी…"
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Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"जी, ऐसा ही होता है हर प्रतिभागी के साथ। अच्छा अनुभव रहा आज की गोष्ठी का भी।"
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अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"अनेक-अनेक आभार आदरणीय शेख़ उस्मानी जी। आप सब के सान्निध्य में रहते हुए आप सब से जब ऐसे उत्साहवर्धक…"
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