22 22 22 22 22 2
पाँव कब्र में जो लटकाकर बैठे हैं।
उनके मन में भी सौ अजगर बैठे हैं।
'ए' की बेटी, 'बी' का बेटा, 'सी' की सास,
दुनियाभर का ठेका लेकर बैठे हैं।
कहाँ दिखाई देती हैं अब वो रस्में,
भाभीमां की गोद में देवर बैठे हैं।
मैं दरवाज़े पर ताला जड़ आया हूं,
दुश्मन घर में घात लगाकर बैठे हैं।
अब हम सब सीसीटीवी की जद में हैं,
चित्रगुप्त कब खाते लेकर बैठे हैं।
अदबी…
ContinuePosted on February 1, 2023 at 11:00pm — 7 Comments
Posted on October 16, 2019 at 10:00pm — 9 Comments
Posted on February 11, 2019 at 10:30pm — 6 Comments
Posted on January 31, 2019 at 10:30pm — 12 Comments
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