"माँ" को शब्दों मे बयां करना नामुमकिन है,
पर कुछ एहसासों को अल्फ़ाज़ मे पिरोने की कोशिश की है,
**************************************
जब कभी मुझ पे मुसीबत ये हवा लाती हैं,
तब बचा के मुझे बस माँ की दुआ लाती हैं ।
देख लेती है अगर धूप मे चलता मुझको,
दौड़ कर साये मे वो मुझको बुला लाती है ।
माँ की लोरी के वो अल्फ़ाज़ मुझे याद हैं सब,
आज भी नींद मुझे उसकी सदा लाती है ।
कितनी पी जाऊँ मै कुछ नहीं होता है मुझे,
माँ के ही हाथ से तासीर दवा लाती है ।
मंज़िलें जितनी भी मिलती हैं ये रोशन तुझको,
इन मुकामात पे बस माँ की दुआ लाती है । ....... "Roshan"
"माँ" को शब्दों मे बयां करना नामुमकिन है,
पर कुछ एहसासों को अल्फ़ाज़ मे पिरोने की कोशिश की है,
**************************************
जब कभी मुझ पे मुसीबत ये हवा लाती हैं,
तब बचा के मुझे बस माँ की दुआ लाती हैं ।
देख लेती है अगर धूप मे चलता मुझको,
दौड़ कर साये मे वो मुझको बुला लाती है ।
माँ की लोरी के वो अल्फ़ाज़ मुझे याद हैं…
ContinuePosted on May 19, 2012 at 8:00pm — 27 Comments
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बहुत दिल खोल कर मिलता रहा हर शख्स से रोशन,
सज़ाएँ इसलिए पाईं किसी इल्ज़ाम से पहले.
आदरणीय डॉ डी के नागाइच जी बहुत सुन्दर गजल ,,, सभी अशआर मन को छू गए ...दिली दाद कबूलें जनाब ..माह की सर्व श्रेष्ठ रचना के लिए बधाई
भ्रमर ५
"महीने की सर्वश्रेष्ट रचना पुरस्कार" प्रदान किये जाने पर आदरणीय
D.K.Nagaich 'Roshan' जी को हार्दिक बधाई और शुभकामनायें !!
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
आदरणीय डी. के. नागाईच 'रोशन' जी,
सादर अभिवादन !
मुझे यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा अंक 39 में प्रस्तुत आप की ग़ज़ल को महीने की सर्वश्रेष्ठ रचना पुरस्कार के रूप मे सम्मानित किया गया है, तथा आप की छाया चित्र को ओ बी ओ मुख्य पृष्ठ पर स्थान दिया गया है | इस शानदार उपलब्धि पर बधाई स्वीकार करे |
आपको पुरस्कार राशि रु 1100 /- और प्रसस्ति पत्र शीघ्र उपलब्ध करा दिया जायेगा, इस नामित कृपया आप अपना नाम (चेक / ड्राफ्ट निर्गत हेतु), तथा पत्राचार का पता व् फ़ोन नंबर admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध कराना चाहेंगे | मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई हो |
शुभकामनाओं सहित
आपका
गणेश जी "बागी
संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
ओपन बुक्स ऑनलाइन
जन्म दिन की हार्दिक बधाई श्री डी के नागाईच जी | प्रभु आपको घर परिवार,
समाज और राष्ट्र की प्रगति में योगदान हेतु स्वस्थ व् सक्षम बनाए रखे | आपका
हमारा स्नेह बना रहे |
जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनायें...
swagat hai aapka
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…