For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Ram Ashery
  • Male
Share on Facebook MySpace

Ram Ashery's Friends

  • सतविन्द्र कुमार राणा
  • Er. Ganesh Jee "Bagi"
 

Ram Ashery's Page

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Ram Ashery's blog post मुझे कुछ कहना है
"आ. भाई राम आश्रय जी, सादर अभिवादन। सुंदर रचना हुइ है । हार्दिक बधाई।"
Sep 15, 2021
Samar kabeer commented on Ram Ashery's blog post मुझे कुछ कहना है
"जनाब राम आश्रय जी आदाब, सुंदर प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।"
Sep 14, 2021
Ram Ashery posted a blog post

मुझे कुछ कहना है

अब चुप नहीं रहना, मुझे कुछ कहना हैबहुत सहा जीवन में, अब जुल्म से लडनाजुल्म अत्याचार को सहने वालादोषियों का उत्साह बढाने वालासंघर्ष से बच कर भागने वालामौत सभी की निश्चित, फिर क्यों डरनाबीर नहीं वह कायर, मुझे कुछ कहना हैकथनी करनी का भेद समझनाझूठ को सब के सम्मुख रखनासच का डट कर सामना करनाझूठों को उजागर करना,सच से न डरनाअब चुप नहीं रहना मुझे कुछ कहना हैछल कपट से जीवन भर लडनादोषियों के विरूध संघर्ष करनासच के लिए जीवन भर लडनाप्रेम भावना रखना आपस में न लडनामुझे कुछ कहना है अब चुप नहीं रहना ॥नंद किशोर…See More
Sep 12, 2021
Ram Ashery commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post हम तो हल के दास ओ राजा-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"अति सुंदर अभिव्यक्ति बहुत बहुत बधाई स्वीकार हो"
May 20, 2021
Ram Ashery posted a blog post

हम होगें कामयाब

आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब मन में रख विश्वास, महामारी से जंग जीत जायेगें कुदरत के सिद्धांतों पर जब हम चलना सीख जायेगें जीवन में हम जैसा फल बोयेगें वैसा ही फल खायेगें आज नहीं तो कल,लोग अपनी गलती समझ जायेगें आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब ॥ छल कपट राग द्वेश छोड जब जीना सीख जायेगें लालच त्याग कर, दूसरों के दुख को समझ पायेगें जिस दिन हम अपनी कमजोरी को ताकत बनायेगें तभी कोरोना पर अपनी विजय का जश्न मनायेगें आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब ॥ आस्तीन में पल रहे शत्रुओं…See More
May 17, 2021
Ram Ashery posted a blog post

हम होगें कामयाब

लेन देन जगत में, कुदरत रखे सब हिसाब । मिलता न कुछ मुफ्त में, हम हो कामयाब ॥ अपने आतीत से सीख लें, पलटकर देख लो इतिहास मुसीबतों से कुछ सबक ले, रख सुखी भविश्य की आस । हर बाधा की दिशा मोड दो, कर जीवन में सतत प्रयास । विपत्ती में धैर्य से निर्णय लें, ह्र्दय जगे सफलता की आस । मन में जगा विश्वास, आंखों से देखे ख्वाब ! टूटे न मन से आस, लोग होगें कामयाब !! वक्त रहते आज तू संवार ले, कल तेरा होगा न उपहास । दुख में हिम्मत हार मत, कल सूरज देगा प्रकाश.। करूणा मैत्री को छोड मत, विजय आ गयी अब पास । सुख…See More
May 15, 2021
Ram Ashery commented on Ram Ashery's blog post जिंदगी का सफर
"मेरे उत्साह वर्धन के लिए आपको सहृदय आभार स्वीकार हो । "
Nov 25, 2020
Samar kabeer commented on Ram Ashery's blog post जिंदगी का सफर
"जनाब राम आश्रय जी आदाब,सुंदर प्रस्तुति हेतु बधाई स्वीकार करें ।"
Nov 25, 2020
Ram Ashery posted a blog post

जिंदगी का सफर

हमारा आज और कल एक सिक्के के दो पहलू हैं सुनहरे कल के लिए आज की बलि मत चढ़ा दो माना की आज ज़िंदगी कठिन है पर जीना जरूरी है उसके लिए अपने  भविष्य को बचाना है तिनके का सहारा लेकर हमें जाना है उस पार ।  हिम्मत न हार तूफान से टकरा अपने कल के लिए कठिन संघर्ष कर आया भयंकर तूफान खतरे में जग जहान है आशा की पतवार है किश्ती नदी मझधार है हिम्मत न हार हमें जाना है उस पार । मंजिल  पर दूर तक कोई नजर नहीं आता छोटा है तो क्या हुआ,पर  रिश्ता निभाता है इस भंयकर तूफान में कोई रास्ता दिखाता है  हौसला बुलंद रख विजय…See More
Nov 23, 2020
Ram Ashery commented on गिरधारी सिंह गहलोत 'तुरंत ''s blog post छुड़ाना है कभी मुमकिन बशर का ग़म से दामन क्या ? (७० )
"अति सुंदर रचना के लिए आपको बहुत बहित बधाई स्वीकार हो "
Apr 3, 2020
Ram Ashery commented on रवि भसीन 'शाहिद''s blog post कोई हो ही नहीं सकता (ग़ज़ल)
"आपको बहुत बहुत बधाई अपने बिलकुल सही लिखा आज  के इस सियासत के युग में यह अक्षर सह सही है   "
Mar 2, 2020
Ram Ashery commented on Ram Ashery's photo
Thumbnail

passport

"आपका बहुत बहुत आभार"
Oct 11, 2019
Ram Ashery posted a photo
Oct 10, 2019
Ram Ashery updated their profile
Sep 7, 2019
Ram Ashery commented on Sushil Sarna's blog post बेसुरी खाँसी ....
"अपने अंतरात्मा की आवाज को बहुत ही अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया है आपको इस सुंदर रचना के लिए बधाई स्वीकार हो ।   "
Aug 26, 2019
Ram Ashery commented on Ram Ashery's blog post कागज की नाव
"आपको मेरी हौसला अफजाई के लिए तहेदिल से आभार । "
Aug 26, 2019

Profile Information

Gender
Male
City State
surat
Native Place
Allahabad
Profession
service
About me
i am working in the institution as a teacher

क्यारी देखी फूल बिन ,माली हुआ उदास ।

कह दी मन की बात सब, जा पेड़ों के पास ॥

हिन्दी को समृद्धि करन हित, मन में जागी आस ।

गाँव गली हर शहर तक ,करना अथक प्रयास ॥

कदम बढ़ाओ सड़क पर ,मन में रख कर विश्वाश ।

मिली सफलता एक दिन ,सबकी पूरी आश ॥

सूरज चमके अम्बर में , करे तिमिर का नाश ।

अज्ञानता का भय मिटे, फैले जगत प्रकाश ॥

चंदा दमकी आसमान  ,गई जगत में छाय ।

हिन्दी पहुंची जन जन में, तब बाधा मिट जाय ॥

हिन्दी हमारी ताज अब, सबको रख कर पास ।

फूटा भांडा ढोंग का ,हुआ तिमिर का नाश ॥

घनी अंधेरी राह में जब राह न दिखती होय ।

हिन्दी साथ में तब चली, राह सुगम तब होय ॥

जब हिन्दी में बात करें, तो गर्व का अनुभव होय ।

गाँव शहर परदेश में , माथा नीच न होय ॥

पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण, चहुं दिश हिन्दी आज ।

जाति धर्म के बंधन मिटे, आयी समता आज ॥  

दूध और पानी की तरह ,मिल गए सभी समाज  ॥

पर्वत सोहे न भाल बिन, नदी बहे बिन नीर ।

देश न सोहे हिन्दी बिन , जीवन रहित शरीर ॥

ध्वज फहराए विश्व में, नभ तक जाए छाय ।

ममता जागे हृदय में , हिन्दी सभी अपनाय ॥

 मौलिक एवं प्रकाशित 

 

      

Ram Ashery's Photos

  • Add Photos
  • View All

Ram Ashery's Blog

मुझे कुछ कहना है

अब चुप नहीं रहना, मुझे कुछ कहना है

बहुत सहा जीवन में, अब जुल्म से लडना

जुल्म अत्याचार को सहने वाला

दोषियों का उत्साह बढाने वाला

संघर्ष से बच कर भागने वाला

मौत सभी की निश्चित, फिर क्यों डरना

बीर नहीं वह कायर, मुझे कुछ कहना है

कथनी करनी का भेद समझना

झूठ को सब के सम्मुख रखना

सच का डट कर सामना करना

झूठों को उजागर करना,सच से न डरना

अब चुप नहीं रहना मुझे कुछ कहना है

छल कपट से जीवन भर लडना

दोषियों के विरूध संघर्ष करना

सच के लिए जीवन… Continue

Posted on September 11, 2021 at 9:30pm — 2 Comments

हम होगें कामयाब

आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब

मन में रख विश्वास, महामारी से जंग जीत जायेगें

कुदरत के सिद्धांतों पर जब हम चलना सीख जायेगें

जीवन में हम जैसा फल बोयेगें वैसा ही फल खायेगें

आज नहीं तो कल,लोग अपनी गलती समझ जायेगें

आज अपने मकसद को पाने में हम होगें कामयाब ॥

छल कपट राग द्वेश छोड जब जीना सीख जायेगें

लालच त्याग कर, दूसरों के दुख को समझ पायेगें

जिस दिन हम अपनी कमजोरी को ताकत बनायेगें

तभी कोरोना पर अपनी विजय का जश्न मनायेगें

आज अपने मकसद को…

Continue

Posted on May 16, 2021 at 8:30am

हम होगें कामयाब

लेन देन जगत में, कुदरत रखे सब हिसाब ।

मिलता न कुछ मुफ्त में, हम हो कामयाब ॥

अपने आतीत से सीख लें,

पलटकर देख लो इतिहास

मुसीबतों से कुछ सबक ले,

रख सुखी भविश्य की आस ।

हर बाधा की दिशा मोड दो,

कर जीवन में सतत प्रयास ।

विपत्ती में धैर्य से निर्णय लें,

ह्र्दय जगे सफलता की आस ।

मन में जगा विश्वास, आंखों से देखे ख्वाब !

टूटे न मन से आस, लोग होगें कामयाब !!

वक्त रहते आज तू संवार ले,

कल तेरा होगा न उपहास ।

दुख में हिम्मत हार…

Continue

Posted on May 15, 2021 at 9:30am

जिंदगी का सफर

हमारा आज और कल एक सिक्के के दो पहलू हैं 

सुनहरे कल के लिए आज की बलि मत चढ़ा दो 

माना की आज ज़िंदगी कठिन है पर जीना जरूरी है 

उसके लिए अपने  भविष्य को बचाना है 

तिनके का सहारा लेकर हमें जाना है उस पार ।  

हिम्मत न हार तूफान से टकरा 

अपने कल के लिए कठिन संघर्ष कर 

आया भयंकर तूफान खतरे में जग जहान है 

आशा की पतवार है किश्ती नदी मझधार है 

हिम्मत न हार हमें जाना है उस पार । 

मंजिल  पर दूर तक कोई नजर नहीं आता 

छोटा है तो…

Continue

Posted on November 21, 2020 at 3:00pm — 2 Comments

Comment Wall (1 comment)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 10:27pm on January 17, 2015,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीय रामाश्रय जी, महोत्सव में आप अपनी रचना मुख्य पृष्ठ पर महोत्सव बैनर को क्लीक कर पोस्ट कर सकते हैं . 

 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे हुए हैं।हार्दिक बधाई। भाई रामबली जी का कथन उचित है।…"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"आदरणीय रामबली जी सृजन आपकी मनोहारी प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ । बात  आपकी सही है रिद्म में…"
Tuesday
रामबली गुप्ता commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"बड़े ही सुंदर दोहे हुए हैं भाई जी लेकिन चावल और भात दोनों एक ही बात है। सम्भव हो तो भात की जगह दाल…"
Monday
रामबली गुप्ता commented on रामबली गुप्ता's blog post कुंडलिया छंद
"हार्दिक आभार भाई लक्ष्मण धामी जी"
Monday
रामबली गुप्ता commented on रामबली गुप्ता's blog post कुंडलिया छंद
"हार्दिक आभार भाई चेतन प्रकाश जी"
Monday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आदरणीय, सुशील सरना जी,नमस्कार, पहली बार आपकी पोस्ट किसी ओ. बी. ओ. के किसी आयोजन में दृष्टिगोचर हुई।…"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . रिश्ते
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी सृजन आपकी मनोहारी प्रतिक्रिया से समृद्ध हुआ । हार्दिक आभार आदरणीय "
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार "
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . संबंध
"आदरणीय रामबली जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से सम्मानित करने का दिल से आभार ।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर छंद हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-168
"रोला छंद . . . . हृदय न माने बात, कभी वो काम न करना ।सदा सत्य के साथ , राह  पर …"
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service