अरकान- 2122 1122 1122 112/22
तेरे खाने के लिये मुफ्त का माल अच्छा है
इसलिये लगता चुनावों का वबाल अच्छा है
ये अलग बात कि सूरत न भली हो लेकिन
कुछ न कुछ हर कोई करता ही कमाल अच्छा है
हम जवाबों से परखते हैं रज़ामन्दी को
मुस्कुरा दे वो अगर समझो सवाल अच्छा है
हद से बाहर तो हर इक चीज़ बुरी लगती है
हद में रह कर जो किया जाए धमाल अच्छा है
अस्मतें रोज़ ही माँ बहनों की बिकती हैं…
ContinueAdded by नाथ सोनांचली on January 5, 2021 at 12:57pm — 5 Comments
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