ओ मेरे जीवन के सृंगार, मेरे पहले पहले प्यार,
तुम आओ तो हो जाये, मेरा हर सपना साकार
खेतों में सरसों लहराई, चलने लगी बैरन पुरवाई,
तन - मन में है आग लगाये, सुने न मेरी वो हरजाई,
तुम बिन सूना - सूना लागे, मुझको ये संसार।।
तुम आओ तो हो जाये, मेरा हर सपना साकार। ....
फागुन ने है पंख पसारे, रस्ता देखे नैन तिहारे,
चूड़ी, काजल, बिंदिया, पायल,…
ContinueAdded by Anita Maurya on February 8, 2017 at 4:48am — 7 Comments
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