आँख कान और जुबान की सांकल खुले तो
पूछना उनसे
जिंदाबाद का नारा लगानेवालों में
कितने ज़िंदा थे यकीनन|
पूछना आँखे खुल जाने के बाद
रोज निगली जाने वाली मक्खियों का स्वाद
पूछना वर्तनी उन गालियों का
जिसके एक छोर पर माँ तो दूसरे छोर पर
अक्सर बहने हुआ करती है|
मगर मत पूछना जुबान से
उस मांसल देह का स्वाद
जिसकी कन्दराओं में ना जाने
कितनी माँए और बहने दुबकी होती है
मगर एक बार पूछना जरुर
इन सांकलों के खुल…
ContinueAdded by Gul Sarika Thakur on April 4, 2014 at 2:00pm — 6 Comments
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