(माँ रमा बाई को यह कविता समर्पित )
माँ रमा बाई जी को कोटि कोटि वंदन
आओ हम सब करें फूलों से अभिनंदन
वक्त की पुकार समर्पित कर दो तन मन
ज्ञान की ज्योति से प्रकाशित करो वतन
अब समाज में समता लाकर रहेगें हम
नफरत सभी के दिलों से निकाल देगें हम
उनके अधूरे काम को अब पूरा करेगें हम
अज्ञान को संसार से मिटा कर रहेगें हम
जीवन के हर क्षण में याद रहे यह प्रण
टूटे दिलों को जोड़ एक माला बनाएँ हम
खुशियाँ सभी के राह में सदा बिछाएँ…
ContinueAdded by Ram Ashery on May 27, 2017 at 3:00pm — 2 Comments
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