बिन मौसम बरसात कहीं
साथ होती है यादें
रिम झिम रिम झिम बरसे पानी
साथ होती हैं बातें
उस नदी की अल्हड लहरें
साथ होती है रातें
आसमान पर चाँद सितारे
बादल गीत हैं गातें
कल कल करता बहता पानी
कागज़ की नाव बहाते
चल मुसाफिर चलता चल तू
साथ नहीं कोई आते
मौलिक एवं…
ContinueAdded by KALPANA BHATT ('रौनक़') on May 30, 2017 at 10:34pm — 4 Comments
Added by KALPANA BHATT ('रौनक़') on May 28, 2017 at 11:11pm — 3 Comments
Added by KALPANA BHATT ('रौनक़') on May 22, 2017 at 7:45am — 6 Comments
Added by KALPANA BHATT ('रौनक़') on May 12, 2017 at 11:38am — 14 Comments
Added by KALPANA BHATT ('रौनक़') on May 11, 2017 at 1:30pm — 13 Comments
Added by KALPANA BHATT ('रौनक़') on May 6, 2017 at 11:08pm — 4 Comments
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