राखी
राखी धागा प्रेम का, कर लेना स्वीकार
केवल ये धागा नहीं,जनम जनम का प्यार ll
बहना तेरी खुश रहे,ऐसा करना काम
मान धर्म रखना सभी, होवे ना बदनाम ll
रिश्ता ये अनमोल है,समझो इसका मोल
पावन रिश्ते को कभी, पैसे से ना तोल ll
प्रेम झलकता एक दिन,फिर करते तकरार
दुख सहती बहना अगर, ये कैसा है प्यार ll
दिल से बहना को सभी, देना स्नेह दुलार
याद करे बहना कभी,मत करना इनकार…
ContinueAdded by डॉ छोटेलाल सिंह on August 26, 2018 at 12:38pm — 10 Comments
आल्हा (वीर छन्द)
बरसे बादल उमड़ घुमड़ के,चहुँ दिशि गूँजे चीख पुकार
गाँव नगर सब डूब गया है,कुदरत की ऐसी है मार
विषम घड़ी आयी केरल में,बाढ़ मचाई है उत्पात
कांप उठा है कोना कोना, संकट से ना मिले निजात
भारी जन धन काल गाल में,कैसे सभी बचाएं जान
खेत सिवान झील में बदले,ध्वस्त हुए सारे अरमान
तहस नहस केरल की धरती,मची तबाही चारो ओर
नाव चले गलियों कूँचे में,काल क्रूर बन गया कठोर
जमींदोज सब भवन हो गए,आयी बाढ़ बड़ी…
ContinueAdded by डॉ छोटेलाल सिंह on August 21, 2018 at 8:36pm — 14 Comments
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |