अइसई नहीं मिलता
सेवादारी का ओहदा
बड़ी कठिन परीक्षा है
निभा ले जाना ड्यूटी सेवादारी की
हाकिम-हुक्काम तो
कोई भी बन सकता है
सेवादार बनना बहुत कठिन है
सेवादार को होना चाहिए
भाव-निरपेक्ष...संवेदनहीन
अपने ड्यूटी-काल में
और उसके अलावा भी
जाने कौन सा राज़
कब किस हालत में फूट जाए
और लेने के देने पड़ जाएँ
हाकिम बना रहे
हाकिम बचा रहे
हुकुम सलामत रहे
तो रोज़ी-रोटी की है गारंटी
इतनी…
Added by anwar suhail on December 15, 2015 at 5:53pm — 2 Comments
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