संप्रेषित शुभकामना, स्वजन करें स्वीकार
नव-संवत शुभ आगमन, सृष्टि सृजन त्यौहार
सृष्टि-सृजन त्यौहार, पुलक शुभ वर्ष मनाएँ
मनस चरित व्यवहार साध निज गौरव पाएं
संकल्पित हो कर्म, धर्म को करें प्रतिष्ठित
राष्ट्र करे उत्थान, भावना शुभ संप्रेषित
Comment
प्रिय संदीप जी,
भाई भ्राता के साथ साथ सभी आत्मीय स्वजनों को भी 'बन्धु' शब्द से संबोधित किया है मैंने संदीप जी..... आत्मीय स्वजन सिर्फ भाई ही नहीं माताएं बहनें, पिता , गुरु, सभी तो होते हैं............ इस शुभ कामना से कोई भी कदापि वंचित नहीं.
:)))
कुछ अस्पष्ट रह गया हो तो .........टिप्पणी में स्पष्टतः सभी स्वजनों को नवसंवत्सर के शुभकामनाएँ प्रेषित करती हूँ...
आदरणीया डॉ प्राची जी सादर प्रणाम
बहुत ही उत्तम कुंडलिया रची है आपने सादर बधाई स्वीकारें
आपको भी नवसांवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनाएँ
पहले बंद मे बंधु को शुभकामनाएँ प्रेषित की और बहनों को वंचित कर दिया है आपने
संभवतः यदि वहाँ सभी करें स्वीकार हो जाए तो बहनें भी शुभकामनाएँ प्राप्त कर लेंगी आख़िर उनका भी हक बनता है
नव वर्ष नया काज हो, उन्नति का आधार ,
नव जोश भर तन मन में, नव चेतन संचार।
नव संवत्सर,२०७०, गुडी पडवा, एवं चेटी-चंड के शुभ मंगल कामनाए
नव वर्ष पर आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं प्राची बहन!
डाक्टर प्राची जी ,आपको भी नये वर्ष की मंगल कामनाएं समर्पित है.
आ0 प्राची मैम जी, आपको तथा पूरे ओ0बी0ओ0 के समस्त परिवार को शुभ नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। सादर,
ateev sundar adarneeya prachi mam...apko bhi hardik subhkamana//////////////////////
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online