बह्र— 2122/2122/2122/22
थाम के कांधे को हाथों में कलाई देना
याद आता है वो धड़कन का सुनाई देना
प्यार ने जिसके बना डाला है काफिर मुझको
ऐ खुदा उनको जमाने की खुदाई देना
तरबियत आंसू की कुछ ऐसे किया है हमने
अब तो मुश्किल है मेरे गम का दिखाई देना
याद आती है जुदाई की घड़ी जब हमको
तो शुरू होता है चीखों का सुनाई देना
बिन तेरे खुश रहने का इल्जाम था सिर मेरे
काम आया मेरे अश्कों का सफाई देना
जब भी रूठा हूं मनाती है वो ऐसे मुझको
रोते बच्चे को किसी मां का मिठाई देना
हाल इसने यूं बना रक्खा है बंदी की तरह
कैद से अपने मेरे दिल को रिहाई देना
-शकील जमशेदपुरी
___________________________
*मौलिक एवं अप्रकाशित
Comment
वाह क्या कहने ... बधाई स्वीकार करें ..
सप्रेम
आदरणीय Saurabh Pandey जी
हौसला अफजाई के लिए बहुत—बहुत शुक्रिया।
ख़याल और फ़िक्र ग़ज़ब ! आगे कई बातें साझा हो ही चुकी हैं.
आपसे बहुत उम्मीदें हैं भाईजी. बहुत-बहुत बधाई .. .
बढ़िया प्रस्तुति है आदरणीय शकील भाई.....
थाम के कांधे को हाथों में कलाई देना
याद आता है वो धड़कन का सुनाई देना...
बिन तेरे खुश रहने का इल्जाम था सिर मेरे
काम आया मेरे अश्कों का सफाई देना..... खुबसूरत गज़ल के लिए हार्दिक बधाई आपको
आदरणीय्शकील भाई , 2122/2122/2122/22 ये भी मान्य बह्र है !!http://openbooksonline.com/group/gazal_ki_bateyn/forum/topics/51702... --- बह्र पर आदरणीय वीनस भाई का लेख है , एक बार देख लें !!!
मेरे खयाल से , ग़ज़ल को पढ़्ते( गुनगुनाते ) समय जहाँ मात्रा स्वाभाविक रूप से गिराना पड़ रहा होगा , उसके अनुसार आपको --
२१२२ ११२२ ११२२ २२ बह्र बताये होंगे वीनस भाई जी ने !!!!
आदरणीय वंदना जी, शेअर पसंद करने के लिए आभार आपका।
आदरणीय वीनस सर, इन सुझावों के लिए आपका आभारी हूं। आपके मार्गदर्शन में निश्चित ही अच्छा करूंगा।
बस एक शंका है— क्या 2122/2122/2122/22 मान्य बह्र नहीं है?
सादर।
बिन तेरे खुश रहने का इल्जाम था सिर मेरे
काम आया मेरे अश्कों का सफाई देना
वाह सर बहुत बढ़िया
आप अच्छी ग़ज़ल कह रहे हैं ... ये ग़ज़ल भी पसंद आई
कुछ अशआर में वाक्यांश को और सुधारने की गुंजाईश दिख रही है, कहन और अच्छी हो जायेगी
काफिया के लिए जो इंगित किया गया था उसके अनुरूप बदलाव आवश्यक था जो कि आपने कर लिया है
हाँ जरूरी बात ये है कि आपने जो मात्रा क्रम लिखा है वो गलत है ,,, आपकी ग़ज़ल का सही मात्रा क्रम ये है -
२१२२ ११२२ ११२२ २२
अब इसके अनुसार तक्तीअ करके देखिये ,,, एक मिसरा बेबहर हो रहा है
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