For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Rekha Joshi's Comments

Comment Wall (27 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 10:12am on May 6, 2013, यशोदा दिग्विजय अग्रवाल said…

आभार

अभिनन्दन

At 1:53pm on February 27, 2013, Meena Pathak said…

शुक्रिया रेखा जी 

At 8:18pm on February 22, 2013, बृजेश नीरज said…

आपने मुझे मित्रता योग्य समझा इसके लिए आपका आभार!

At 4:30pm on December 8, 2012, श्रीराम said…

 आपका बहुत बहुत धन्यवाद

At 9:59pm on September 25, 2012, tejwani girdhar said…

shukriya

At 9:35am on September 22, 2012, लोकेश सिंह said…

आदरणीया आपका सादर अभिवादन ,सराहना के लिए हृदय से आभार ,

At 11:01am on September 10, 2012, SANDEEP KUMAR PATEL said…

आदरणीया रेखा जी सादर प्रणाम
ग़ज़ल को पसंद करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद सहित सादर आभार

At 8:33am on August 20, 2012, tejwani girdhar said…

आपका स्वागत है

At 10:07am on July 28, 2012, Vasudha Nigam said…

आदरणीय रेखा जी बहुत आभार आपका मेरी कविता के भाव समझ कर उत्साहवर्धन करने के लिए 

At 11:49pm on July 5, 2012, SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR said…

रेखा जी सदा स्वागत है  आप का मित्रता बनी रहे हम भी आप सब से सीखते चलें यही चाह है 

आभार 
भ्रमर 5 
भ्रमर का दर्द और दर्पण  
At 2:05pm on June 21, 2012, लक्ष्मण रामानुज लडीवाला said…

रेखा जोशीजी, प्रबुद्ध जीवियों से दोस्ती करने में बेहद ख़ुशी 

का अहसास होता है | स्वागत है आपका |
-लक्ष्मण प्रसाद लडीवाला,जयपुर 
At 10:19pm on June 20, 2012, लक्ष्मण रामानुज लडीवाला said…
रेखा जोशीजी, आपके जन्म दिन पर हार्दिक शुभ कामनाए |

प्रभु से प्रार्थना है आपको सपरिवार खुशाल, संपन्न,और समर्थ

बनावे | देश और समाज में आपका योगदान बढ़ता रहे |

-लक्ष्मण प्रसाद लडीवाला,जयपुर
At 2:09pm on May 28, 2012, naveen yadav said…

thanks

At 12:21am on May 21, 2012, Monika Jain said…

i m fine what about u? :}

At 12:25pm on May 19, 2012, Sarita Sinha said…
I am happy too,rekha ji...welcome
At 6:50pm on May 17, 2012, PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA said…

आदरणीय रेखा जी, सादर 

सब कुछ बिलकुल आसान
खोलिए मेरा पन्ना 
सबसे ऊपर दिखेगा   सदस्य
खोलिए , ढूंढिए   मनचाहे मित्र 
भेजिए सन्देश दीखता बगल में बॉक्स
या 
जिनकी रचनाएं आप पढ़ या कमेन्ट कर रही हैं. उनकी फोटो पर क्लिक करिए. उनकी प्रोफाइल खुलेगी. बाएं हाथ कालम में दिखेगा ऐड फ्रेंड. क्लिक कीजिये .
विलम्ब के लिए छमा प्रार्थी. 
At 7:34pm on May 16, 2012, Shayar Raj Bajpai said…

सब खैरियत है मोहतरमा.... आप सुनाइए..... आप कैसी हैं? हमे एड करने के लिए सुक्रिया....

At 7:16pm on May 16, 2012, Sanjay Mishra 'Habib' said…

I'm very fine Rekha ji, thanks & welcome pls.

At 11:12am on May 16, 2012, Arun Sri said…

ओ बी ओ साहित्य का स्कूल है ! बहुत कुछ सीखा जा सकता है ! आप यहाँ बने रहिए ! खासकर तीनो मासिक गतिविधियों "चित्र से काव्य तक" , "महा उत्सव" और "तरही मुशायरा " में भाग लीजिए , सतत अवलोकन करते रहिए ! आपका उद्देश्य पूरा हो सकता है ! सादर !

At 10:21am on May 16, 2012, Arun Sri said…

आपका स्वागत है मैम ! आपका सानिध्य अनमोल है ! साथ और सहयोग बना रहे !

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुन्दर दोहे हुए हैं । हार्दिक बधाई।"
10 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

उस मुसाफिर के पाँव मत बाँधो - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

२१२२/१२१२/२२ * सूनी आँखों  की  रोशनी बन जा ईद आयी सी फिर खुशी बन जा।१। * अब भी प्यासा हूँ इक…See More
21 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"क्या नैपथ्य या अनकहे से कथा स्पष्ट नहीं हो सकी?"
Thursday

मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi" replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"भाई, शैली कोई भी हो किन्तु मेरे विचार से कथा तो होनी चाहिए न । डायरी शैली में यह प्रयास हुआ है ।"
Thursday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"जी, शुक्रिया मार्गदर्शन हेतु।"
Thursday

मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi" replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"आप द्वारा सुझाये गये दोनो शीर्षक लघुकथा का प्रतिनिधित्व नही कर पा रहे हैं । वास्तव में इस लघुकथा का…"
Thursday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"धन्यवाद आदरणीय सर.जी टिप्पणी हेतु। एक शैली है.लघुकथा कहने की मेरे विचार से। मार्गदर्शन का निवेदन है।"
Thursday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"धन्यवाद सर जी। मुझे लगा कि गीतों की पंक्ति से ही या रचना में से ही शीर्षक बन सकते हैं। यथा : काल के…"
Thursday

मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi" replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"बहुत बहुत आभार भाई लक्ष्मण जी ।"
Thursday

मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi" replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"भाई इसमें कथा कहाँ है ?"
Thursday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"आ. भाई गणेश जी, सादर अभिवादन। एक सार्थक और संदेशपरक लघुकथा के लिए बहुत बहुत बधाई।"
Thursday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-104 (विषय: युद्ध)
"लगे रहो (लघुकथा) :नहीं, न तो मैं रणभूमि में हूँ और न ही मृत्युशैया पर .... मैं तो प्रयोगशाला में…"
Thursday

© 2023   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service