योगराज प्रभाकर
(प्रधान सम्पादक)
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एक अभूतपूर्व निर्णय एवं शानदार घोषणा, ओबीओ प्रबंधन समिति और आदरणीय प्रधान सम्पादक महोदय तथा सभी को शुभ कामनाएँ एवं धन्यवाद
दिल से आपका धन्यवाद दुष्यंत भाई
VERY GOOD
Thanks
ghoshna ka swagat hai. mujhe to abhi sikhna hai. ye vidha kis chapter main sikhi ja sakti hai.
आदरणीय कुशवाह जी, छंद के लिए आप http://www.openbooksonline.com/group/chhand तथा ग़ज़ल के लिए आप http://www.openbooksonline.com/group/kaksha पर जाकर वांछित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं..
aadarniya dushyant ji, sadar abhivadan itna sahyog, itni jaldi. hardik abhar.
teri mehfil main kismat aajma ke ham bhi dekhenge...
प्रशंसनीय निर्णय है ... ये एक महत्वपूर्ण निर्णय है जो साहित्य के प्रचार प्रसार में दूरगामी परिणाम लाने वाला है ...
बधाई और शुभकामनायें ....
सादर आभार दिगंबर नासवा साहिब.
शुभकामनाएं !
सादर धन्यवाद रविन्द्र प्रभात जी.
इस सुन्दर निर्णय / घोषणा की भूरी भूरी प्रशंसा करता हूँ
प्रोत्साहित करने के क्रम में एक नया आयाम जोडने के लिए ओ बी ओ प्रबंधन समिति बधाई की पात्र है
हार्दिक बधाई स्वीकारें
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