आदरणीय साथिओ,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
कमोबेश हर पैरेंट कभी न कभी यही कहता है अपनी संतान से लेकिन दर असल वह जो कुछ भी करता है उसमें उनका अपना भी हित समाहित होता है| साधारण से कथानक को आपने बढ़िया तरीके से कलमबद्ध किया है, बहुत बहुत बधाई आपको
आदरणीया सीमा जी, बच्चे के साथ आमतौर जिस भाषा में बात की जाती है उसी भाषा में कही गयी आपकी इस प्रभावशाली रचना में पूछा गया प्रश्न कई घरो में आज भी अनुत्तरित ही है| विषय को पूर्ण संतुष्ट करती रचना पर सादर बधाई स्वीकार करें| पहले पैराग्राफ में //मोहिता दफ्तर जाने की तैयारी भी कर रही थी// और मध्य में एक अन्य पैराग्राफ में // मोहिता ने लैपटॉप पर से नज़र बिना हटाए// कहा गया है,मेरे अनुसार इन दोनों पंक्तियों में से एक पंक्ति हटाई जा सकती है|
अच्छी कथा कही है आपने ...कुम्हारी से पेरेंटिंग तक और ये प्रश्न भी शाश्वत है कि बच्चों कि परवरिश में किस कि जिम्मेदारी ज्यादा है ,पति कि या पत्नी कि हार्दिक बधाई आदरणीय उस्मानी जी
बच्चों की परवरिश में माता पिता दोनों का योगदान बराबर होता है जब व्यस्क हो जाएं तब तो पिता का ही अधिक होता है जब की अमूमन ये मान लिया जाता है की ये काम भी माँ को ही करना चाहिए |बहुत अच्छी लघु कथा है आद० उस्मानी जी जो अच्छा सन्देश छोडती है बहुत बहुत बधाई आपको |
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |