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waah super fast ghazal aur super fast recent topic petrol waala sher kamaal ka kaha hai guru jee badhaaee !!
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आदाब..
पुरसुकूँ, मुझको तो कोई सांस दिलाई जाये,
आओ मिलजुल के कोई बात बनाई जाये।
उन्हें सुनने का सलीका, न समझने का हुनर,
छोड़ो, क्या उनको कोई बात बताई जाये।
जुर्म आयद ही नहीं मुफ़्त सज़ायें कब तक,
के ज़मानत, मज़लूम की मंज़ूर कराई जाये।
ये गिरया, मेरी आँखों से बार-बार गिरें,
है क़ीमते अश्क़ बहुत, ये धार बचाई जाये।
एक उफ नहीं मेरी कभी दुनिया ने सुनी,
सदाये दिल, क्यों सरे बाज़ार सुनाई जाये।
तेरी याद के सहरा में भटकता है ये दिल,
‘इमरान’, दरे यार से इक धार चुराई जाये।
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