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गोमाता की आराधनाजय जय गोमाता सुखसागर। जय देवी अमृत की गागर॥जीवनरस सरिता तुम दाता। तेरी महिमा गाएँ विधाता॥वेद-पुराणों ने गुण गाया। धर्म सनातन ने अपनाया॥दर… Started by कुमार गौरव अजीतेन्दु |
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Jun 14, 2013 Reply by डा॰ सुरेन्द्र कुमार वर्मा |
वृन्दावन यात्रा भाग 1.दिल्ली से वृन्दावन की दूरी लगभग 139 किलोमीटर है, इसलिए परिवार संग सुविधा से जाने के लिए हमने एक ट्रैवलर बुक की ,जो ठीक 6.30 बजे सुबह पहुँच… Started by Sarita Bhatia |
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Jun 6, 2013 Reply by Sarita Bhatia |
वृन्दावन यात्रा भाग 4.भाग 3. प्रेम मंदिर से मीठी यादो के संग निकल कर दोबारा ट्रैवलर की तरफ बढे समय काफी हो चुका था इसलिए जल्दी से अब 'वैष्णोदेवी मंदिर' जाने का… Started by Sarita Bhatia |
0 | Jun 6, 2013 |
व्रत पर्वोत्सव- एक समीक्षाव्रत पर्वोत्सव -- एक समीक्षा (भाग -1) व्रत , पर्व और उत्सव हमारी लौकिक तथा आध्यात्मिक उन्नति के लिए सशक्त साधन हैं , इनके आन्न्दोल्लास… Started by annapurna bajpai |
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Jun 5, 2013 Reply by annapurna bajpai |
व्रत पर्वोत्सव एक समीक्षा (भाग- 2)व्रत पर्वोत्सव एक समीक्षा ( भाग – 2 ) व्रत का आध्यात्मिक अर्थ उन आचरणों से है जो शुद्ध सरल और सात्विक हों तथा उनका विशेष मनोयोग तथा निष… Started by annapurna bajpai |
0 | Jun 4, 2013 |
भजनभजन विशनु सी बंशी वाला, मुरली मनोहर लाला!बंशी ने हरा मेरा मान, कान्ह मैं तेरा गुलाम।। तान त्रिपुरारी सोहे, बम-बम-बम हर-हर बोले।आये कैलास स… Started by केवल प्रसाद 'सत्यम' |
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May 28, 2013 Reply by केवल प्रसाद 'सत्यम' |
वृन्दावन यात्रा भाग 3.भाग 2. हम इस्कान मंदिर से कीर्तन का आनंद लेकर बाहर आ गए ,बाकि सब परिवार के सदस्य भी मिल गए जो हमारा इंतज़ार कर रहे थे ,अब सब प्रेम मंदिर क… Started by Sarita Bhatia |
0 | May 25, 2013 |
वृन्दावन यात्रा भाग 2.भाग 1. दोस्तो श्री बांके बिहारी मंदिर से बाहर आकर मंदिर देखने का सारा नशा काफूर हो चुका था इसलिए निधिवन जाने का प्रोग्राम रद्द कर दिया ,जि… Started by Sarita Bhatia |
0 | May 19, 2013 |
माता रानी तेरी जय हो जय हो // कुशवाहा//माता रानी तेरी जय हो जय हो // कुशवाहा// ------------------------------- जय हो जय हो सदा ही जय हो . माता रानी तेरी जय हो जय हो भक्त जो आये… Started by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA |
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May 4, 2013 Reply by केवल प्रसाद 'सत्यम' |
पूर्ण समर्पणईश्वर अनुभूति का विषय है न की वाद विवाद का अतः ईश्वर तक पहुँचने का सर्वोत्तम मार्ग है पूर्ण समर्पण का भाव। पूर्ण समर्पण केवल प्रेम से ही सं… Started by ASHISH KUMAAR TRIVEDI |
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May 4, 2013 Reply by केवल प्रसाद 'सत्यम' |
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