शिक्षा के पंख लगे जब मानव तन में
रंक बने राजा हमारे देश के शासन में
झूमता हृदय सबका खुशी से उमंग में
संभव है सब कुछ आज इस जगत में
धरती को नापे डाले मात्र एक क्षण में
सागर को कैद करले अपनी मुट्ठी में
हिमालय जीत का स्वप्न रखे मन में
अपने यश की पताका गाड़दे अंबर में
भ्रम सारे टूट जाएँ जो फैले समाज में
नफरत मिट जाएँ आपसी व्यवहार में
विकास की नदी बहा दे अपने देश में
समता की फसल खूब लहरे समाज में
आज ममता, भाईचारा दिखे समाज…
Added by Ram Ashery on February 17, 2017 at 2:30pm — 6 Comments
दुनिया में है अपना देश महान
आज के पुजारी बन बैठे भगवान ।
करुणा, दया,और धर्म से वंचित
मानवता को करते ये लज्जित
प्रभु के ऊपर खुद होते सुशोभित
कहते जग में हम सबसे विद्वान
आज के पुजारी बन बैठे भगवान ॥
शील समाधि प्रज्ञा सबसे वंचित
सभी को पता है इनकी हकीकत
अज्ञानता से चलती है सियासत
वेद ज्ञान से विमुख ये पुरोहित
देश में चहुं दिश फैला अज्ञान
आज के पुजारी बन बैठे भगवान ॥
देव दासी प्रथा खूब थी…
ContinueAdded by Ram Ashery on February 4, 2017 at 5:30pm — 5 Comments
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