Added by Poonam Shukla on February 27, 2014 at 12:05pm — 9 Comments
2122. 2122 2
कहनी क्या थी बात मत पूछो
कब ढ़लेगी रात मत पूछो
जिन्दगी ने खेल है खेला
किसने दी है मात मत पूछो
थाम कर तुम को चले थे हम
कब थमेगी रात मत पूछो
बैठ हँसते हर तरफ जाबिर
देश के हालात मत पूछो
देखना तासीर भी उनकी
आदमी की जात मत पूछो
जौफ़ ही है हर तरफ बरहम
रंग हैं क्यों सात मत पूछो
है यहाँ हर राह सरगश्ता
क्यों नहीं प्रभात मत पूछो
तासीर- गुण ,प्रभाव
जाबिर -…
Added by Poonam Shukla on February 14, 2014 at 10:00am — 9 Comments
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