अनुष्टुप छंद 4 चरण प्रत्येक चरण 8-8 वर्ण
विषम चरण - वर्ण क्रमांक पाँचवाँ, छठा, सातवाँ, आठवाँ क्रमशः लघु, गुरू, गुरू, गुरू
सम चरण - वर्ण क्रमांक पाँचवाँ, छठा, सातवाँ, आठवाँ क्रमशः लघु, गुरू, लघु, गुरू
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मदिरापान कैसा है, इस देश समाज में ।
अमरबेल सा मानो, फैला जो हर साख में ।।
पीने के सौ बहाने हैं, खुशी व गम साथ में ।
जड़ है नाश का दारू, रखे…
Added by रमेश कुमार चौहान on March 26, 2014 at 4:38pm — 4 Comments
होली है .............
तुम रचाओं रास, रे कृष्णा
तुम रचाओ रास
राधा बुलाओ खास, रे कृष्णा
तुम रचाओ रास
हम होली मनाये आज, रे कृष्णा
तुम रचाओ रास
भक्त गाये फाग, रे कृष्णा
तुम रचाओ रास
उड़े हे रंग गुलाल, रे कृष्णा
तुम रचाओ रास
ब्रज लगे हमारे गांव, रे कृष्णा
तुम रचाओ रास
तुम रचाओं रास, रे कृष्णा
तुम रचाओ रास
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मौलिक अप्रकाशित
Added by रमेश कुमार चौहान on March 16, 2014 at 5:53pm — 1 Comment
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