2122 2122 212
कार्ड काफी था न लॉगिन के लिए
वो हमे भी ले गए पिन के लिए
चाँद पर जाकर शहद वो खा रहे
आप अब भी रो रहे जिन के लिए
शेर को आता है बस करना शिकार
फूल जंगल में खिले किन के लिए
गुठलियों के दाम भी वो ले गया
उसने शीरीं आम जब गिन के लिये
आ गई अब ब्रेड में बीमारियाँ
जी रहे थे क्या इसी दिन के लिए
आये थे जापान से कल लौट कर
फिर उड़े वो रूस बर्लिन के लिए
पास पप्पू एक दिन हो…
Added by Ravi Shukla on May 9, 2017 at 11:46am — 27 Comments
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