मेघदूत गीत
नयनों के गमले सूख रहे
ऐ! मेघदूत कब आओगे
तकते तकते अम्बर घट को
चातक का मन टूट गया
ज्वाला जैसी तपती काया
बैरी सावन रूठ गया
अब किस विध इतनी पीर सहे
कब मेघा जल बरसाओगे
व्याकुल कजरा व्याकुल गजरा
व्याकुल कंगन ये बिंदिया
काँटों के बिस्तर पर तन है
चैन नहीं पावै निंदिया
साँसों साँसों में पीर दहे
कब सुख घट तुम छ्लकाओगे
साजन को तू जाकर देना
ये कुछ भीगे मोती हैं
मन की…
Added by rajesh kumari on July 25, 2018 at 7:18pm — 10 Comments
बेसबब बेसाख़्ता रफ़्तार है कुछ कीजिये
लड़खड़ाती जिंदगी हर बार है कुछ कीजिये
उठ रही हैं उँगलियाँ सब आपके घर की तरफ़
हाशिये पर आपकी दस्तार है कुछ कीजिये
वक्त आते ही डसेगा एक दिन वो आपको
आस्तीं में पल रहा मक्कार है कुछ कीजिये
आपके घर की तरफ़ से आ रहे पत्थर सभी
आपके घर में छुपा गद्दार है कुछ कीजिये
इस तरह तो मुफ़्लिसी दम तोड़ देगी भूख से
आसमां को छू रहा बाज़ार है कुछ कीजिये
हैं मुखालिफ़ कुछ हवायें हो रही कमजोर…
Added by rajesh kumari on July 11, 2018 at 9:57pm — 32 Comments
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