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Rash Bihari Ravi's Blog – January 2011 Archive (3)

तेरी खूबसूरत आँखों की कसम ,

तेरी खूबसूरत आँखों की कसम ,
तेरे बिन हम भी जी लेंगे सनम ,
क्या हुआ तुने ये जो गम दिया ,
जियेंगे उन गमो के सहारे हम ,
दर्द ये जीने की चाहत को घटाए ,
जी रहे हैं की नही मरना हैं सनम ,
तुम चाहे मुझको नजरो से उतारो ,
हरदम तुम्हे पलकों पे बिठाएंगे हम ,
जीवन रहेगा जब तक कसक रहेगी ,
किसी से ना कहुगा हैं तेरी कसम ,
मन की ये चाहत खुशिया तुझे मिले ,
उठाने के लिए हैं गम की पहाड़ सनम ,

Added by Rash Bihari Ravi on January 10, 2011 at 3:00pm — No Comments

अधूरा सच

कभी कभी आधी बात सुनाने के बाद वही स्थिति हो जाती हैं , जो गुरु द्रोणाचार्य की हुई थी , उन्होंने सुना अश्वस्थामा मारा गया बाकि शब्द शंख  के आवाज में दब गए ,  और वह समझे उनका बेटा मारा गया और इसी अघात में वह भी मारे गए , आजकल ऐसा ही हो रहा हैं लोग बाग पूरे शब्द को सुन नही रहे और आधे पे अर्थ को अनर्थ बना दे रहे हैं ! 

 

एक माँ बाप की एक ही लड़की थी , उसकी माँ औलाद (लड़का) नहीं होने के कारण रो रही थी और बेटी उसे सांत्वना दे रही थी , माँ मैं दुनिया की उस सोच को ख़त्म कर दूंगी की…

Continue

Added by Rash Bihari Ravi on January 8, 2011 at 3:00pm — No Comments

सबसे पहले नमस्कार दो हजार दस साल को ,

सबसे पहले नमस्कार दो हजार दस साल को ,

हम नहीं भूल पाएंगे जो हुए हाल बेहाल को ,

फिर स्वागत करता हूँ  साल दो हजार ग्यारह ,

आशा नहीं विश्वास हैं रहेगा सबका पौं बारह ,

कसम से ख़ुशी का दिन हैं नया साल आया  ,

और इस ख़ुशी को दोस्तों ने दो गुण है बढाया ,

मुबारकवाद उन को जिनका जनम दिन हैं ,

बबिता जी भरत कुमार संग में बिजय जी ,

धनेश जी , ब्रजेश जी और गयासुदीन शेख ,

गोपाल जी इन्द्रजीत जी और नव सोही ,

प्रभाकर पाण्डेय ,रवि प्रभाकर के संग संजय जी… Continue

Added by Rash Bihari Ravi on January 1, 2011 at 1:30pm — 3 Comments

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