संप्रेषित शुभकामना, स्वजन करें स्वीकार
नव-संवत शुभ आगमन, सृष्टि सृजन त्यौहार
सृष्टि-सृजन त्यौहार, पुलक शुभ वर्ष मनाएँ
मनस चरित व्यवहार साध निज गौरव पाएं
संकल्पित हो कर्म, धर्म को करें प्रतिष्ठित
राष्ट्र करे उत्थान, भावना शुभ संप्रेषित
Comment
प्रिय संदीप जी
आपने इतने धैर्य पूर्वक अपनी बात कही .....यह सच है की मैंने भी साहित्य में कहीं भी बन्धु शब्द का प्रयोग सिर्फ स्त्रीलिंग के लिए नहीं देखा है।पर मेरा भ्रम यही था की क्या इसमें स्त्रियाँ और पुरुष दोनों ही नहीं आते ?
इस संशय पर सब लोगों नें अपनी अपनी बात कही। सभी का हृदय तल से आभार .
आप सबके कहे को सर्वथा उचित मानते हुए इस कुण्डलिया में बन्धु शब्द को स्वजन से परिवर्तित कर रही हूँ .... :)))
हम सब इसी प्रकार समवेत सीखते जानते बूझते हुए समझते हुए रचनाकर्म में आगे बढ़ते रहें
ऐसी ही सद्कामनाएं हैं
आभार सहित
प्राची
आदरणीया डॉ प्राची जी सादर प्रणाम
किंतु साहित्य में कहीं न कहीं इस सामान्यतः बोले जाने बाले शब्द से मायने बदल ही रहे हैं आदरणीया
अब यह रचना केवल आप तक सीमित नही वरन सामाजिक धरोहर है
इसमें यह शब्द भ्रम उत्पन्न करेगा क्यूंकी हर किसी को समझाना तो मुश्किल ही है के हमने हमारे यहाँ ऐसा होते सुना है या आत्मीय जन "पुल्लिंग और स्त्रलिंग दोनों के स्थान मे इस्तेमाल हो जाएगा
मैने तो साहित्य मे कहीं भी बंधु का उपयोग स्त्रलिंग के रूप मे होते नहीं देखा
या हो सकता है मुझे अभी उतना साहित्य ज्ञान न हो
किंतु जो मुझे लगा वो मैने साझा किया है आदरणीया
स्नेह बनाए रखिए
नवसंवत्सर पर आप सहित सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ, कुण्डलिया अति मोहक हुई है, बंधू संदीप पटेल से "बंधू" पर इत्तफाक रखता हूँ ।
संप्रेषित शुभकामना, करें सभी स्वीकार
बधाई इस खुबसूरत रचना पर ।
प्रिय प्राची जी बहुत सुन्दर कुंडलिया रची है आपको भी नव संवत्सर की हार्दिक बधाई बंधू शब्द को लेकर जो संशय बना हुआ है उसको मित्र करें स्वीकार करें तो और अधिक स्पष्ट हो जाएगा पर ये मेरी निजी राय है |
प्राची जी
बहुत सुंदर शब्दों का संगम . बहुत अच्छी कुण्डलियाँ .....
नवसंवत्सर की आपको भी शुभकामनाएँ
विजयाश्री
वाह-वाह अति सुंदर भाव एवं उतनी ही अच्छी कुंडलियां, हार्दिक बधाई के संग नवसंवत्सर की ढेरों शुभकामनाएं आपके लिए, सादर
प्राची जी, अति सुन्दर शब्द-चयन और भाव।
आपके लिए शुभकामनाओं सहित,
विजय
प्राची जी ! आपको एवं सम्पूर्ण ओ बी ओ के प्रबुद्ध और साहित्य स्नेही परिवार को मेरी भी नववर्ष , बासंती नवरात्र एवं धरती माँ के जन्मदिन की अनन्य हार्दिक शुभकामनाएँ ,बधाई और आत्मीय शुभेच्छा .
प्रिय संदीप जी,
बन्धु शब्द का शाब्दिक अर्थ मेरे पास उपलब्ध शब्दकोष (डॉ० हरदेव बिहारी द्वारा राजपाल हिंदी शब्द कोष)के अनुसार
बन्धु -१. भाई भ्राता, २. आत्मीय व्यक्ति है
और मैंने व्यवहार में बन्धु ...इसी शब्द का सम्बोधन स्त्रियों के लिए भी अपने बचपन से ही होते देखा है...
हमारे स्थान पर जो स्त्रियाँ , लोगों के घरों में कार्य सहयोग का कर्म करती हैं ...उन्हें "बन्धु" कह कर ही सामान्यतया संबोधित किया जाता है...
इस विषय में विस्तार से जानना रोचक होगा....
वैसे इसका अर्थ जो मैंने मान कर लिखा है वो है "हे आत्मीय मित्र, स्वजन, आपको शुबकामनाएं संप्रेषित हैं, उन्हें स्वीकार कीजिये"
ऐसे वाक्य न ही पुर्लिंग होते हैं न ही स्त्री लिंग..... वो सबके लिए सामान ही अर्थ को समाहित करते हैं ...ऐसा मेरा मानना है,
सादर.
मैने आज तक बहनों के लिए बंधु शब्द का उपयोग नही देखा है आदरणीया इसीलिए आपसे कहा
सादर आभार
स्नेह बनाए रखिए
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