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लक्ष्मण रामानुज लडीवाला's Comments

Comment Wall (59 comments)

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At 3:25pm on November 19, 2015, pratibha pande said…

 जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएँ आपको आदरणीय लडीवाला जी  

At 4:56pm on November 19, 2014, डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव said…

आदरणीय लडीवाला जी

आपको जन्मदिवस के अवसर पर ढेरो शुभ कामनाये i आप चिरायु हो और स्वस्थ रहें i

At 11:03am on October 2, 2013,
सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी
said…

आदरणीय लक्ष्मण भाई , आपका बहुत्बहुत आभार !!

At 9:56pm on September 23, 2013, SANDEEP KUMAR PATEL said…

आदरणीय लक्षमण सर जी सादर धन्यवाद आपका स्नेह और आशीष यूँ ही बनाये रखिये

At 8:53am on September 2, 2013, अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव said…

लक्ष्मण भाई- सप्रेम राधे- राधे । सही सलाह एवं गीत को दिल से पसंद करने के लिए हार्दिक् धन्यवाद ॥

At 8:30am on August 15, 2013, D P Mathur said…

आदरणीय लडीवाला सर  प्रणाम , रचना पसंद करने के लिए आपका तहेदिल से आभार और धन्यवाद !

At 1:34pm on August 11, 2013, mrs manjari pandey said…

आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद जी हार्दिक आभार.

At 4:57pm on July 26, 2013, Dr Ashutosh Vajpeyee said…

abhar laxman ji

At 8:15pm on July 23, 2013, Albela Khatri said…

aapke prem ke liye aabhari hun bahut bahut aabhaar evm dhnyavaad आपका स्नेह, दुलार, आशीष एवं आत्मीयता की सुगंध का झोंका मेरे जीवन में नया उजाला लाएगा ...ऐसा मुझे भरोसा है ........आपकी कृपादृष्टि के लिए कृतज्ञ हूँ

सादर

At 12:30pm on July 18, 2013, राज़ नवादवी said…

आदरणीय लक्ष्मण जी, हांलाकि मुझे दोहों का कुछ ख़ास ज्ञान नहीं है मगर क्या खूब कहा है आपने-

'बहका बहका दिख रहा, खुद का ही व्यवहार

जैसे सब कुछ ख़त्म है, मन मेरा लाचार | '

बधाई हो!

At 1:13am on July 11, 2013, डॉ नूतन डिमरी गैरोला said…

आदरणीय लक्ष्मण प्रसाद जी... शुभकामनाओं के लिए सादर धन्यवाद ... आपको भी मेरी मंगलकामनाएं 

At 6:14pm on May 8, 2013, Dr Dilip Mittal said…

आदरणीय इसी तरह आशीर्वाद बनाए रखें
हार्दिक आभार

At 7:38pm on May 4, 2013, Dr Dilip Mittal said…

आपके प्रोत्साहन भरे भावों के लिए शुक्रिया 

At 10:25am on May 2, 2013, यशोदा दिग्विजय अग्रवाल said…

शुभ प्रभात
आभार...
राजस्थान में मूल ही रह गया है अब
पैदाईश तो छत्तीसगढ़ की है
मैं अचानक ही यहाँ आ गई...
लिखती-विखती तो कुछ हूँ नहीं

बस पढ़ती हूँ...और पसंदीदा रचनाओं को अपनी धरोहर बना लेती हूँ
सादर
यशोदा
मेरे बागीचेः

http://nayi-purani-halchal.blogspot.com/
http://yashoda4.blogspot.in/
http://4yashoda.blogspot.in/
http://yashoda04.blogspot.in/

At 6:07pm on April 18, 2013, अशोक कत्याल "अश्क" said…

आदरणीय श्री लक्ष्मण जी ,

आप का बहुत ही आभार ,

आपसे स्नेह एवम् मार्गदर्शन मिलता रहेगा

मित्रता के मायने ही , भावनाओं का आदान - प्रदान है ,

अभी सीख रहा हूँ , आपकी टिप्पणी का इंतजार रहेगा , .

सादर ,

At 7:59pm on April 5, 2013, coontee mukerji said…

ळ्क्षमण जी  आपने प्रेम की सम्पूर्ण  अभिव्यक्ति  की है बहुत उत्तम है. मैं भी आपकी इन बातों से पूर्ण

सहमत हूँ  भौतिक रूप से कोई पास रहे .....यह जरूरी तो नहीं..यह बात सच है.

At 7:50pm on April 5, 2013, coontee mukerji said…

लक्ष्मण जी आपने तो कितने सरल शब्दों सुखसागर का दर्शन करा दिया . आप पर कृष्ण की अपार कृपा है.

अति सुंदर .

At 6:32pm on March 31, 2013, Dr Dilip Mittal said…

आये आपके घर खुशियों की डोली ,हमारी तरफ से आपको हैप्पी होली . आदरणीय धन्यवाद , आपकी हौसला अफजाई मेरी कविता के पौधे में खाद का काम कर रहे हैं . एक बार फिर धन्यवाद"

At 3:49pm on March 22, 2013, LOON KARAN CHHAJER said…

लक्षमण जी
आपकी इस कविता को " थार एक्सप्रेस " में प्रकाशित करने की अनुमति चाहता हूँ . अच्छी प्रस्तुती के लिए साधुवाद .

At 7:26pm on March 19, 2013, ASHISH KUMAAR TRIVEDI said…

आपने मेरी मित्रता स्वीकार की इसके लिए धन्यवाद। आपके संग बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। कृपया मेरे BLOGS को पढ़ कर मुझे अपनी राय अवश्य दें।

कृपया ध्यान दे...

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