For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव's Comments

Comment Wall (55 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 5:41am on December 9, 2013, vandana said…

आदरणीय श्री गोपाल सर सादर नमन एवं महीने का सक्रिय सदस्य चुने जाने पर आपको बहुत बहुत बधाई आपका आशीर्वाद मिला कृतज्ञ हूँ आप समान सक्रिय एवं वरिष्ठ जनों से सीखने को मिलता रहे यही प्रार्थना है 

At 12:06pm on December 6, 2013, Sushil Sarna said…

aadrneey Gopal Narain jee aapko vigat maah ke skriy sadasy ke roop men chynit hone ke uplaksh men haardik badhaaee 

At 10:39pm on December 5, 2013,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आदरणीय गोपाल नारायणजी, आप उस घोषणा की जगह ही मिली प्रतिक्रियाओं पर अपने धन्यवाद साझा करें. विगत माह का सक्रियतम सस्य चयनित होने पर पुनः बधाई.

शुभ-शुभ

At 1:46pm on December 5, 2013, Nilesh Shevgaonkar said…

mअहिने के सक्रीय सदस्य चुने जाने पर आप को ढेरों बधाइयाँ ...

At 12:47pm on December 5, 2013, विजय मिश्र said…
श्रद्धेय श्रीगोपालजी ,
आपकी हिंदी साहित्य मेंप्रसंशनीय अभिरुचि रही है |आपको सम्मानित कर यह मंच भी गौरवान्वित अनुभव कर रहा होगा | आप ऐसे ही सरस्वती उपासना में लग्न रहें और हमें आपके रचना प्रसाद इस मंच से मिलते रहे| अनेक बधाईयाँ |
At 12:27pm on December 5, 2013,
मुख्य प्रबंधक
Er. Ganesh Jee "Bagi"
said…

आदरणीय डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव जी
सादर अभिवादन,
यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य" (Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे | कृपया अपना पता और नाम (जिस नाम से ड्राफ्ट/चेक निर्गत होगा), बैंक खता विवरणी एडमिन ओ बी ओ को उनके इ मेल admin@openbooksonline.com पर उपलब्ध करा दें | ध्यान रहे मेल उसी आई डी से भेजे जिससे ओ बी ओ सदस्यता प्राप्त की गई है |
हम सभी उम्मीद करते है कि आपका सहयोग इसी तरह से पूरे OBO परिवार को सदैव मिलता रहेगा |

सादर । 


आपका
गणेश जी "बागी"
संस्थापक सह मुख्य प्रबंधक
ओपन बुक्स ऑनलाइन

At 12:35am on December 2, 2013,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आपने व्यक्तिगत मेसेज/कोमेंट में रचना सम्बन्धी तथ्य प्रस्तुत किये हैं आदरणीय आभार.

वस्तुतः दोहे के कई रूप होते हैं लेकिन अभी २३ प्रकार मान्य हैं. उनमें भी वह रूप सर्वमान्य है जिसके कारण इस छंद का पूर्ण प्रभाव बना रहे और यह छंद स्वीकार्य मानक सुरों और गेयता के अनुसार प्रस्तुत हो सके. इस हेतु कतिपय विन्दु हैं जिनका एक रचनाकार के तौर पर साधा जाना आवश्यक है. दोहा की मात्रिकता एक बात है और चरणों तथा पदों का शाब्दिक संयोजन नितांत दूसरी बात. आपने दोहा छंद में संभव शब्द-संयोजन को मान तो दिया लेकिन मात्रिकता के मूल को बिसरा बैठे. साथ ही, अपने प्रस्तुत शब्द संयोजन को भी गड्डमड्ड कर दिया. इसी कारण, आदरणीय, मैंने आपको सूचित किया था.

इस मंच पर हम सभी समवेत सीख रहे हैं.

सादर

At 9:55pm on November 27, 2013, बृजेश नीरज said…

आदरणीय गोपाल जी, आपका हार्दिक आभार! आपका आशीष मेरे लिए बहुत आवश्यक है! 'परों को..' आप मुझसे या आदरणीय शरदिंदु जी से ले सकते हैं.

आपने नीरज मुझे नहीं कहा अच्छा ही है! वैसे नीरज मेरी पत्नी का भी नाम है! :)))))

आपके सतत स्नेह और आशीष का आकांक्षी हूँ!

सादर! 

At 3:13pm on November 22, 2013, Shyam Narain Verma said…

बहुत बहुत धन्यवाद जी ,  आपका हार्दिक आभार  |

At 9:33pm on November 19, 2013, CHANDRA SHEKHAR PANDEY said…

मित्रता अनुरोध स्वीकारने के लिए हार्दिक आभार माननीय।

At 2:52pm on November 19, 2013, वेदिका said…

आपका हार्दिक आभार आदरणीय!

At 8:33pm on November 14, 2013, बृजेश नीरज said…

मेरे कहे को मान देने के लिए आपका हार्दिक आभार!

At 10:51pm on November 13, 2013,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

आपका सादर आभार आदरणीय .. . आप रचनाओं पर हुई टिप्पणियों पर अपनी प्रतिक्रियाएँ वहीम्र्चनाओं  दे दिया करें

सादर

At 9:37pm on November 10, 2013, बृजेश नीरज said…

आपका हार्दिक आभार!

At 4:28pm on November 7, 2013,
सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey
said…

Sir, you are welcome with your positive views on posts on this platform.

Since, you have been commenting on all Hindi posts, I respectfully suggest you to comment in Hindi. You may not be having proper fonts to post your comments in Hindi in Devnagri script, you can, sir, use Roman script for Hindi comments till your system gets well-equipped with fonts for Devnagri script.

By the way, the Main Page of this platform does provide us with the method to use Devnagri script. 

Regards

Saurabh

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

DR ARUN KUMAR SHASTRI replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-98 (विषय: अवसर)
"दीखन में छोटे लगें घाव करें गंभीर - वाली लोकोक्ति शायद ऐसे ही संदभों हेतु कही गई होगी - कुछ रचनाएँ…"
11 minutes ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-98 (विषय: अवसर)
"सादर नमस्कार। सुस्वागतम आपका और विषयांतर्गत आपकी अनुपम लघु आकार लघुकथा का। बढ़िया आग़ाज़।.हार्दिक बधाई…"
41 minutes ago
DR ARUN KUMAR SHASTRI replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-98 (विषय: अवसर)
"* रानी बड़ी सयानी * मुँगस पुर , बिहार के मध्य वर्गीय परिवार की इकलौती मेधावी संतान कक्षा 12 वीं…"
49 minutes ago
Chetan Prakash posted a blog post

है ज़हर आज हवाओं में, दिल दहलते हैं

1212 1122 1212 22है ज़हर आज हवाओं में, दिल दहलते हैंमुनाफ़िकों की है बस्ती कि वो टहलते हैंके चार सू…See More
50 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted blog posts
2 hours ago
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-98 (विषय: अवसर)
"निहितार्थ  युवती ट्रेन से उतरी।गिने - चुने यात्री अपने - अपने रास्ते निकल गए।अंधेरी रात…"
3 hours ago
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-98 (विषय: अवसर)
"स्वागतम"
8 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मोल रोटी का उसी को - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, स्नेह और उत्साहवर्धन के लिए आभार। त्रुटिपूर्ण…"
10 hours ago
Dr. Ashok Goyal posted a blog post

ग़ज़ल :-

नए साँचे में ढाला जा रहा है । तुझे मुहरा बनाया जा रहा है ।अभी सदक़ा उतारा जा रहा है । हमें बकरा…See More
14 hours ago
Dr. Ashok Goyal updated their profile
14 hours ago
Dr. Ashok Goyal posted a photo
14 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मोल रोटी का उसी को - लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ लक्ष्मण जी, अच्छी ग़ज़ल हुई है। मतले के ऊला को यूं कर लें अब न काली रातों में ही...... दूसरे शेर…"
19 hours ago

© 2023   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service