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धोखाधड़ी की खतरनाक चाल को बहुत सधे ढंग से शाब्दिक किया है आपने ,बधाई आपको राहिला जी
हार्दिक बधाई आदरणीय राहिला जी!सुंदर लघुकथा !बीमा कंपनियों और उनके दलालों की घृणित साजिशों का पर्दाफ़ाश करती बेहतरीन लघुकथा!
झूठ की उम्र बहुत कम होती है। इस सन्देश को सार्थक करती बेहतरीन लघुकथा पेश की है आपने आदरणीया राहिला जी। बधाई।
एक बढ़िया रचना के लिए बधाई आपको आदरणीय Rahila जी
पाप का घड़ा एक न एक दिन फूटता ही है ज्यादा दिन नहीं चलता ...कहानी अच्छा सन्देश छोड़ रही है हार्दिक बधाई राहिला जी |
क्या ग़ज़ब का कथ्य है !
आदरणीया राहिलाजी, आपकी प्रस्तुति से उभरा विन्दु लघुकथा को सस्वर कर गया. सादर
"प्यादी चाल"
चलो सरिता जल्दी तैयार हो जाओ और हा सुनो!!! वो हरे-गुलाबी काम्बिनेशन की साड़ी है ना वो पहनना.आज बास का जन्मदिन है.
" अरे सुधीर !! वो साडी तो तुम्हें पसंद नही है ना ?? याद है जब पिछली बार मैने पहनी तब तुम नाराज़ हुए फिर आज--।"
" हा!हा! तो क्या हुआ पर अखिलेश जी को तो तुम इस साड़ी में---और हा सुनो चलते-चलते एक सुन्दर सा तोहफ़ा भी ले चलेंगे। ऑफ़िस मे जल्द ही पदोन्नती की सूची जारी होना है।
जन्मदिन की पार्टी पूरे शवाब पर थी जाम-से जाम टकराए जा रहे --
अरे!! आइए-आइए सुधीर और हमारी खु्बसुरत सखी सी सरिता कहाँ रह गई।"
"अरे !! तुम पिछे क्यो खड़ी हो !!!आओ मुबारकबाद दो हमे---अपने दोनो हाथ आगे बढा आलिंगन--
"बहुत शुभकामनाएँ सर!! वही से हाथ जोड़ते हुए सरिता ने कहाँ"---अखिलेश कसमसा कर रह गए.
"सुधीर ने सरिता के कान मे फुसफुसा कर कहा ! क्या होता जो अखिलेश जी का मान रख लेती समझ रही हो ना ,मैने बताया तो था कि---"
"अखिलेश जी एक तोहफ़ा हमारी तरफ से--" अनमनी सी सरिता आगे बढते हुए बोली
"अरे!! इसकी क्या जरुरत थी" --सरिता से हाथ मिलाते हुए उन्होने हाथ कस कर दबा लिया."
सरिता हाथ छुडाते हुए चिख पडी!!! अखिलेश जी!!! , सुधीर!!!
’सुधिर !!!!क्या तुम अपनी तरक्की के लिये प्यादे की तरह मेरा इस्तेमाल करना चाहते हो जो चुपचाप एक-एक घर आगे बढ़ता है."
शायद तुम नही जानते अगर मैं प्यादी चाल चल दू तो राजा को भी मार सकती हूँ.
लघुकथा के लिए बहुत ही बढ़िया विषय का चुनाव है, अपने लालच के लिए अपनी पत्नी को दांव पर लगा देना महाभारत काल से चलता आ रहा है| हार्दिक बधाई आपको आ० नयना कानितकर जी इस रचना के लिए|
चन्द्रेश जी आभार आपका रचना पढने के लिये.महाभारत काल से आज तक स्त्री की स्थती मे ज्यादा परिवर्तन नही आया
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