Tags:
Replies are closed for this discussion.
आदरनीय डाक्टर जी, सुंदर लघुकथा की बधाई हो
विनम्र आभार आदरणीय मोहन बेगोवाल जी।
कथा पर अपना समर्थन देने और अपने मनोभावों को व्यक्त करने के लिए विनम्र आभार आदरणीया Archana Tripathi जी।
प्रदत्त विषय को अपनी इस लघुकथा के माध्यम से सुन्दरता से परिभाषित किया है आ० डॉ टी आर सुकुल जी I हार्दिक बधाई निवेदित है, हालाकि अंतिम संवाद को थोडा चुस्त किया जाए तो रचना का प्रभाव और बढ़ जाएगा I
आदरणीय योगराज महोदय जी ! आपकी पैनी नजर का सामना करते हुए कथा ने आपका अनुमोदन पाकर अपने को धन्य किया। विनम्र आभार।
पञ्च लाइन कमाल की है ..बहुत खूब डॉ० सुकुल जी
हार्दिक बधाई आदरणीय डॉ टी आर सुकुल जी!लघुकथा बहुत लाज़वाब है!
आदरणीय सिंह साहब! अपने मनोभावों से कथा को मान्यता देने के लिए विनम्र आभार।
बढ़िया रचना , अनोखी पंच लाइन | बहुत बहुत बधाई इस प्रस्तुति के लिए
आदरणीय सिंह साहब! अपने मनोभावों से कथा को मान्यता देने के लिए विनम्र आभार।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |