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बाल-कविता (सार-छंद आधारित)मत रो अम्मा, अब जाने दो, जो होना, होने दो, चूती टूटी झुग्गी अपनी, हमें यूँ नहाने दो। गर्मी, वर्षा हो या सर्दी, करते प्रभु से अर्ज़ी, संकट… Started by Sheikh Shahzad Usmani |
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Feb 19, 2018 Reply by Sheikh Shahzad Usmani |
भूल-भुलैया (बाल-गीत) [सार छंद-आधारित] /शेख़ शहज़ाद उस्मानीभूल-भुलैया भूल-भुलैया, विज्ञापन की दुनिया, ज़िद मत करना सब पाने की, नये सामान मुनिया। भूल-भुलैया भूल-भुलैया, मोबाइल में घुसना, खेलो-कूंदो… Started by Sheikh Shahzad Usmani |
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Feb 19, 2018 Reply by Sheikh Shahzad Usmani |
बाल कवितागौरैया - उषा अवस्थी छोटे छोटे पर फैलाकर फुर-फुर कर वह उड़ जाती कभी मुँडेर, कभी डाली पर चहक-चहक… Started by Usha Awasthi |
0 | Feb 12, 2018 |
लघुकथा......नव वर्ष..... नव वर्ष की पूर्व सन्ध्या की पार्टी में जाने के लिए, पलाश ने, सुबह से ही अपने पिता के पीछे भुन भुन शुरू कर दी थी, "पापा,… Started by Anagha Joglekar |
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Jan 21, 2018 Reply by Sheikh Shahzad Usmani |
ग़ज़ल ( यह मासूम हैं सब की आँखों के तारे )ग़ज़ल ( यह मासूम हैं सब की आँखों के तारे ) ---------------------------------------------------------- (फऊलन-फऊलन-फऊलन-फऊलन) यह मासूम हैं सब… Started by Tasdiq Ahmed Khan |
0 | Nov 16, 2017 |
बाल कवितानहीं मिठाई मोबाइल पर देनी हो तो सच्ची दो 1- जाया होता वक्त हमारा इन भ्रमजालों में पड़कर पढ़ें पाठशाला में जाएँ बुद्धि हमें तुम पक्की दो नहीं… Started by Usha Awasthi |
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Nov 1, 2017 Reply by Usha Awasthi |
गजल(पानी)कहते हैं मुझको सब पानी मेरी भी है एक कहानी।1 दो गैसों का मेल कराता धरती को करता मैं धानी।2 जीवन का पर्याय बनूँगा बस इतनी-सी मैंने ठानी।3 खू… Started by Manan Kumar singh |
0 | Aug 26, 2017 |
मोबाइल संस्कृति ( कथा)सन्देश ने अपने पापा से मोबाइल की जिद्द की , उन्होंने बहुत समझाया -" बेटा , अभी तुम बहुत छोटे हो , अभी तो तुम पाँचवी में हो , अभी से मोबाइ… Started by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
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Aug 24, 2017 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
आलस ( कथा)अनुष्का एक आलसी लड़की थी | लाख समझाने पर भी वह टस से मस नहीं होती थी | सुबह देर से उठना ,अपने कमरे में ही चाय दूध पीना , नाश्ता करना , और फि… Started by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
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Aug 24, 2017 Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़') |
गजल(कद्दू)#गजल#(कद्दू) ^^^^^ सब्जी चाहे सूप बनाओ कद्दू खाओ, रोग भगाओ।1 कहता--सेवन कर लो साथी! दिल का रोगी मत कहलाओ।2 चाप चढ़ायेगा क्या बीपी? डाईबीटि… Started by Manan Kumar singh |
0 | Jul 5, 2017 |
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