Added by Admin on March 14, 2010 at 8:50am — 2 Comments
Added by विवेक मिश्र on March 12, 2010 at 12:00am — 6 Comments
Added by Admin on March 11, 2010 at 10:30pm — 6 Comments
जिन्दगी आधी बीत गई,
कभी न किया धर्म का काम,
पूलिस पिछे जब पड़ी तो,
साधु बन बोले राम राम,
लूट मार, चोरी डकैती,
किये बहुत कुकर्म मे नाम,
सभी पाप छिप गया,
जनता पूजे अब सुबह शाम,
जनता पूजे सुबह शाम,
अब मजा ही मजा है,
पहले पुलिस से छुप के,
करना पड़ता था गन्दा काम,
अब नेता पुलिस करते रखवाली,
खुब है ऐशोआराम,
खुब है ऐशोआराम,
आप भी बाबा के बन…
Added by Er. Ganesh Jee "Bagi" on March 11, 2010 at 7:00am — 1 Comment
Added by santosh samrat on March 10, 2010 at 10:24am — 5 Comments
मेरी पहली कविता जो मैने १९९६ मे लिखी थी .....
Added by Er. Ganesh Jee "Bagi" on March 9, 2010 at 9:00am — 1 Comment
Added by Rash Bihari Ravi on March 8, 2010 at 7:46pm — 3 Comments
Added by Admin on March 7, 2010 at 9:29pm — 2 Comments
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