1 अप्रैल 2014 को ओबीओ की चौथी वर्षगाँठ है। चार वर्षो में इस मंच ने मुझ जैसे सैकड़ों लेखको को तैयार किया है | इस अवसर पर दोहों के रूप में सभी सदस्यों में सहर्ष पुष्प समर्पित है ।-
मना रहे सब साथ में, उत्सव देखो आज
चार वर्ष कर पूर्ण ये, बना खूब सरताज |
बागी की ही सोच से, बिछ पाया यह साज
योगराज…
ContinueAdded by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on March 31, 2014 at 3:30pm — 15 Comments
बागी ठोके ताल यूँ, दल को देने चोट
टिकिट मिले दागी खड़े, किसको डाले वोट
किसको डाले वोट, नहीं कुछ समझ में आता
खूब जताए प्यार, निकाले रिश्ता नाता
कह लक्ष्मण कविराय, देख अब जनता जागी
दागी की हो हार, भले ही जीते बागी |
(२)
योगी भोगी तो नहीं, उसके मन में टीस,
सुनो अरज माँ शारदे,दो अपना आशीष
दो आपना आशीष,यही है बस अभिलाषा
भारत रहे अखंड, रहे न एक भी प्यासा
कह लक्ष्मण कविराय, रहे सब यहाँ निरोगी
करो सभी का…
ContinueAdded by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on March 27, 2014 at 2:30pm — 6 Comments
जुड़े रहे सम्बन्ध (दोहे)- लक्ष्मण लडीवाला
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संस्कारी बच्चे बने,बुजुर्ग बने सहाय,
चले राह सन्मार्ग की, वैभव बढ़ता जाय |
मान बढे सहयोग से, सबका हल मिल जाय,
सद्गुण अरु सम्पन्नता, प्रतिदिन बढती जाय |
साथ रहे तो लाभ है, युवा समझते आज,
आजादी भी चाहते, ये तनाव का साज |
बंधिश इतनी ही रहे, टूटे नहि तटबंध
वीणा जैसे तार ये, जुड़े रहे सम्बन्ध |
मन में भरे विकार…
ContinueAdded by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on March 25, 2014 at 2:00pm — 14 Comments
होली का तौहार ये, रंगों का तौहार,
प्रेम भाव बढ़ता रहे, माने सब आभार
माने सब आभार, प्रकृति की छटा निराली
मिटा कर भेद भाव, चखे प्रेम भरी प्याली
मित्रो से अनुरोध, बना रसियों की टोली
टेसू का हो रंग, प्रेम से खेले होली |
(मौलिक व् अप्रकाशित)
Added by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on March 17, 2014 at 12:30pm — 4 Comments
जज्बा रख यदि ठानले, लगे सफलता हाथ,
काम करे उत्साह से, मिले सभी का साथ
मिले सभी का साथ, सभी उत्साहित रहते
रखकर ऊँची सोच, मदद आपस में करते
करे सोच कर काम, लगे न कभी भी धब्बा
संकट जाता हार, जब हो कर्म का जज्बा |
(२)
यात्रा जैसे आइना, ज़रा गौर से देख
सुन्दरता वर्णन करे, विद्वानों के लेख
विद्वानों के लेख,से बहुत सा ज्ञान मिले
पढ़े जब शिलालेख,संस्कृति संज्ञान मिले
बिन यात्रा के आप, ले न सके ज्ञान वैसे
कही न मिलता…
ContinueAdded by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on March 8, 2014 at 11:30am — 11 Comments
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