Added by Dr Ashutosh Mishra on April 22, 2017 at 5:51pm — 10 Comments
दो कवितायें
दोस्त
जब मेरे पास दोस्त थे
तब दोस्तों के पास कद हद पद नहीं थे
और जब दोस्तों के पास पद हद कद थे
मेरे पास दोस्त नहीं
धन
जब मेरे पास धन नहीं था
तब समझते थे सब मुझे बदहाल
पर मैं खुश था , बहुत खुश था
और जब मेरे पास है अकूत सम्पति
दुनिया मुझे खुशहाल समझती है
और मैं तडपता हूँ बिस्तर पर
नींद के सुकून से भरे एक झोंके के…
ContinueAdded by Dr Ashutosh Mishra on April 18, 2017 at 3:10pm — 10 Comments
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