दिल की बात आँखों से बताना अच्छा लगता है.
झूठा ही सही पर आपका बहाना अच्छा लगता है.
छू जाती है धडकनों को मुस्कराहट आपकी,
फिर शरमा के नज़रे झुकाना अच्छा लगता है.
मुरझे फूलों में ताजगी आती है आपको देखकर,
आप संग हो तो मौसम सुहाना अच्छा लगता है.
बिन बरसात के ही अम्बर में घिर आते है बादल,
आपकी सुरमई जुल्फों का लहराना अच्छा लगता है.
जंग तन्हाई के संग हम लड़ते है रात-दिन,
देर से ही सही पर आपका आना अच्छा…
ContinueAdded by Noorain Ansari on May 24, 2011 at 1:00pm — 3 Comments
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