क्या पता ईमान की इतनी कमी हो जाएगी॥
चंद सिक्कों के लिए नीयत बुरी हो जाएगी॥
…
कोई भी हो नहीं देखी गई सरकार सदमे में।
मगर जनता है जो देखी गयी हर बार सदमे में॥
मुहब्बत करने वाले हैं ज़माने के निशाने पर,
है फतवा खाप पंचायत का सुनकर प्यार सदमे में॥…
ContinueAdded by डॉ. सूर्या बाली "सूरज" on July 20, 2012 at 9:54pm — 11 Comments
क्या पता ईमान की इतनी कमी हो जाएगी॥
चंद सिक्कों के लिए नीयत बुरी हो जाएगी॥
…
Added by डॉ. सूर्या बाली "सूरज" on July 13, 2012 at 11:00am — 11 Comments
जो आदमी ज़मीं से जुड़ा रह नहीं सका।
वो ज़ोर आंधियों का कभी सह नहीं सका॥
हिकमत1 से चोटियों पे पहुँच तो गया…
ContinueAdded by डॉ. सूर्या बाली "सूरज" on July 5, 2012 at 11:30pm — 7 Comments
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